कोविड -19 से निटने के लिए बढ़ाएं सैंपलिग
कोविड -19 के नए वरिएंट की रोकथाम के लिए सेहत विभाग ने जिले में कोविड -19 की मौजूदा स्थिति और प्रबंधों की समीक्षा की है।
जागरण संवाददाता, नवांशहर: कोविड -19 के नए वेरिएंट की रोकथाम के लिए सेहत विभाग ने जिले में कोविड -19 की मौजूदा स्थिति और प्रबंधों की समीक्षा की है। सिविल सर्जन डा. इंद्रमोहन गुप्ता ने जिला प्रोग्राम अफसरों और सीनियर मेडिकल अफसरों के साथ आयोजित अहम मीटिग में कोविड -19 के नए रूप ओमिक्रोन के संभावित खतरे से जिले के लोगों को बचाने के लिए किए जाने वाले प्रबंधों के बारे में विचार -चर्चा की। गुप्ता ने हिदायत करते हुए कोविड -19 की संभावी तीसरी लहर के साथ निपटने के लिए कोरोना की जांच संबंधी प्रोग्राम अफसरों और सीनियर मेडिकल अफसरों को प्रतिदिन अधिक से अधिक सैंपलिग करने के लिए कहा। विश्व सेहत संगठन के अनुसार नए वायरस की पहचान करने में आरटीपीसीआर टेस्ट समर्थ है, इसलिए जिले में कोविड -19 संबंधी अधिक से अधिक आरटीपीसीआर टस्ट ही किए जाएं। उन्होंने उच्चाधिकारियों को हिदायत करते हुए विदेश से आने वाले यात्रियों के जिले में आने पर एकांतवास संबंधी पुख्ता निगरानी रखने के लिए भी कहा। जिले में प्रवेश होने पर विदेशी यात्रियों की कोविड रिपोर्ट नेगेटिव आने के बावजूद सात दिन के लिए एकांतवास रखने के अलावा आठवें दिन फिर कोविड टेस्ट करवाना पड़ेगा और आठवें दिन करवाए टेस्ट में रिपोर्ट फिर नेगेटिव आने पर भी अगले सात दिन के लिए अपनी निगरानी खुद करने को यकीनी बनाया जाए। टेस्ट में पाजिटिव आए व्यक्तियों को तुरंत आइसोलेट किया जाए। उन्होंने कहा कि जिले में कोविड वैक्सीनेशन टीकाकरण मुहिम को तेज करते हुए अधिक से अधिक व्यक्तियों को दूसरी डोज लगाई जाए।
इस मौके जिला सेहत अफसर डा. कुलदीप राय, सहायक सिविल सर्जन डा. जसदेव सिंह, जिला परिवार भलाई अफसर डा. राकेश चंद्र, डिप्टी मेडिकल कमिश्नर डा. हरप्रीत सिंह, जिला एपिडीमोलाजिस्ट डा. जगदीप सिंह, सीनियर मेडिकल अफसर डा. गीतांजली सिंह, गुरिदरजीत सिंह, डा. कुलविदर मान, डा. हरबंस सिंह, डा. रविदर सिंह, डिप्टी समूह शिक्षा और सूचना अफसर तरसेम लाल समेत कई सेहत अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित थे।