प्रदर्शनकारी किसानों का विधायक अंगद ने बढ़ाया हौसला
विधायक अंगद सिंह ने शुक्रवार को दिल्ली से लौटते समय रास्ते में सिघू बार्डर पर रुक कर कृषि कानून के खिलाफ धरना दे रहे किसानों का हौसला बढ़ाया
जागरण संवाददाता, नवांशहर
विधायक अंगद सिंह ने शुक्रवार को दिल्ली से लौटते समय रास्ते में सिघू बार्डर पर रुक कर कृषि कानून के खिलाफ धरना दे रहे किसानों का हौसला बढ़ाया। उन्होंने कहा कि बड़े दुख की बात है कि देश का अन्नदाता छह माह से सड़कों पर रहने के लिए मजबूर है।
विधायक ने कहा कि इस आंदोलन में बहुत से किसान भाई अपनी जानें भी गंवा चुके हैं, परंतु केंद्र सरकार टस से मस नहीं हो रही और उसका अड़ियल रवैया उसी तरह जारी है। उन्होंने कहा कि यह स्पष्ट हो चुका है कि केंद्र सरकार जानबूझ कर किसानी को तबाह करने पर तुली हुई है, परंतु उसके ऐसे मंसूबे कामयाब नहीं होंगे। इस दौरान वह किसानों के लिए लंगर सेवा में जुटे इलाके लोगों के योगदान की सराहना की।
विधायक अंगद ने कहा कि इस आंदोलन में अलग -अलग संस्थाओं की तरफ से जिस सेवा भावना के साथ शिरकत की जा रही है, वह बेमिसाल है। मांगें नहीं मानी, तो पटवारी व कानूगो ठप करेंगे काम : मान
इधर, रूपनगर में रेवेन्यू पटवार यूनियन व रेवेन्यू कानूनगो एसोसिएशन की संयुक्त बैठक पटवार यूनियन के कनवीनर एवं जिलाध्यक्ष जसविदर सिंह तथा कानूनगो एसोसिएशन के कनवीनर कम जिलाध्यक्ष मलकीयत सिंह मान की संयुक्त अध्यक्षता में हुई। बैठक में तहसील रूपनगर से जुड़े सभी पटवारी व कानूनगो शामिल हुए। बैठक के दौरान जसविदर सिंह ने कहा कि पटवारियों व कानूनगो का मांगों को लेकर किए जा रहे संघर्ष के बावजूद सरकार ने मांगों प्रति उदासीन रुख अपनाया हुआ है। उन्होंने बताया कि अब स्टेट बॉडी के लिए फैसले के अनुसार पटवारी व कानूनगो कल बठिडा व 15 जून को कमिश्नरी फरीदकोट के अतिरिक्त हलकों में काम रोष स्वरूप बंद कर देंगे। इसके बाद भी अगर सरकार ने पहले से मंजूर मांगों को लागू नहीं किया, तो 21 जून को सारे अतिरिक्त हलकों का काम भी पूरी तरह ठप किया जाएगा। उन्होंने कहा कि उनकी मांगों में पटवारियों की नई भर्ती जल्द करने, वर्ष 2016 दौरान भर्ती होने वाले पटवारियों के परख काल की सीमा को तीन साल से घटाते हुए दो साल करने व पटवारियों को कंप्यूटर उपलब्ध करवाने सहित डीए की किस्त जल्द रिलीज करने और वेतन कमीशन की रिपोर्ट जल्द लागू करना मुख्य है। बैठक में गुरमेल सिंह सहित गुरमुख सिंह, गुरदीप सिंह, मिथलेश कुमार, बलजीत सिंह, बिक्रमजीत सिंह, सुरिदर पाल, मोहिदर सिंह ग्रेवाल आनंदपुर साहिब, बलजिदर सिंह नंगल, सुखजिदर सिंह, सुपिदर सिंह, गगनदीप सिंह चमकौर साहिब, गुरदेव सिंह मोरिडा, हरनेक सिंह रूपनगर, गुरमीत सिंह, प्रवीण कुमार, हरविदर सिंह, बलविदर सिंह, निशांत अग्रवाल, प्रितपाल व दविदर पाल आदि भी शामिल थे।