मुसीबत बनीं मंडी बोर्ड की खस्ताहाल लिक सड़कें

काठगढ़ पंजाब की कांग्रेस सरकार को अपने कार्यकाल के चार साल हो चुके हैं। इसके बाद भी क्षेत्र में बहुत सी ऐसी सड़के हैं जो सरकार के किए वादों का इंतजार कर रही हैं। इनमें से मंडी बोर्ड की सड़कें इलाके में जनता के लिए मुसीबत बनी हुई हैं। यहां से रात को ही नहीं दिन में भी निकलना काफी कठिन है। बता दें कि इन सड़कों पर बड़े स्तर पर गंदे पानी को देखा जा सकता है और सड़कों पर गडढे भी खूब बड़े-बड़े हैं। इनमें से गांव जगतेवाल चौक को चार गांवों का चौक माना जाता है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 24 Feb 2021 10:32 PM (IST) Updated:Thu, 25 Feb 2021 06:00 AM (IST)
मुसीबत बनीं मंडी बोर्ड की खस्ताहाल लिक सड़कें
मुसीबत बनीं मंडी बोर्ड की खस्ताहाल लिक सड़कें

सतीश शर्मा, काठगढ़

पंजाब की कांग्रेस सरकार को अपने कार्यकाल के चार साल हो चुके हैं। इसके बाद भी क्षेत्र में बहुत सी ऐसी सड़के हैं, जो सरकार के किए वादों का इंतजार कर रही हैं। इनमें से मंडी बोर्ड की सड़कें इलाके में जनता के लिए मुसीबत बनी हुई हैं। यहां से रात को ही नहीं दिन में भी निकलना काफी कठिन है। बता दें कि इन सड़कों पर बड़े स्तर पर गंदे पानी को देखा जा सकता है और सड़कों पर गडढे भी खूब बड़े-बड़े हैं। इनमें से गांव जगतेवाल चौक को चार गांवों का चौक माना जाता है।

बागोवाल से जाने वाली मंडी बोर्ड की सड़क जो भरथला नेशनल हाईवे को लगती है, उसकी बहुत ही दयनीय स्थिति है। इसी तरह काठगढ़ मार्केट से निकलने वाली नई बन रही कंक्रीट की सड़क के साथ लग रही जगतेवाल से काठगढ़ लिक सड़क की हालत भी दयनीय है। यही हाल बागोवाल बाईपास लिक सड़क का भी है। इस बारे में स्थानीय लोगों ने अपनी नाराजगी जताई है। उनका कहना है कि मंडी बोर्ड की लिंक सड़कें किसी मुसीबत से कम नहीं है।

इस बारे में अकाली नेता राजविदर सिंह लक्की का कहना है कि कांग्रेस सरकार जो भी वादे जनता से किए थे, वह उन पर खरा नहीं उतरी है। इलाके में बहुत सी ऐसी लिक सड़कें हैं, जिनकी हालत दयनीय बनी हुई है।

उधर, इस बारे में चौधरी सुरजीत कोहली का कहना है कि यह सड़कें रोजाना की जिदगी में बहुत प्रयोग हो रही हैं। दिन-रात सरकारी कर्मचारियों सहित अन्य लोग इन सड़कों से आ-जा रहे हैं। सरकार को इनकी तरफ ध्यान देना चाहिए।

उधर, इस बारे में सतनाम चाहल बसपा नेता का कहना है कि सरकार कोई भी हो, काम करने की तो हर विभाग की अपनी जिम्मेवारी बनती है। ऐसा लगता है कि मंडी बोर्ड सड़कें बनाकर इन्हें भूल गया है।

-----------------

गंदे पानी के कारण टूटी सड़कें

उधर, इस बारे में एसडीओ मंडी बोर्ड गौरव भट्टी का कहना है कि इन सड़कों का सरकारों से संबंध नहीं है। इनका बनने एक तय समयसीमा पर निर्भर करता है। जिसके बाद इन्हें फिर बनाया जाता है। उन्होंने कहा कि उक्त सड़कें गंदे पानी की निकासी न होने पर टूट रही हैं। लोग सड़कों पर पानी छोड़ देते हैं। उन्हें ऐसा नहीं करना चाहिए।

chat bot
आपका साथी