मजारी टोल प्लाजा पर किसान जत्थेबंदियों ने हाईवे जाम किया
केंद्र सरकार की ओर से बनाए गए कृषि सुधार कानून किसानों के हित में नहीं हैं। इसलिए इनका विरोध संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा अपने साथियों सहित पिछले दस महीनों से किया जा रहा है। सर्दी-गर्मी या बरसात की परवाह किए बिना किसान मजदूर अपने हकों के लिए लगातार संघर्ष कर रहे हैं।
संवाद सूत्र, पोजेवाल: केंद्र सरकार की ओर से बनाए गए कृषि सुधार कानून किसानों के हित में नहीं हैं। इसलिए इनका विरोध संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा अपने साथियों सहित पिछले दस महीनों से किया जा रहा है। सर्दी-गर्मी या बरसात की परवाह किए बिना किसान, मजदूर अपने हकों के लिए लगातार संघर्ष कर रहे हैं। परंतु सरकार का रवैया किसान-मजदूरों के प्रति बहुत ही निराशाजनक रहा है। किसान मजदूर ही नहीं बल्कि देश का हर वर्ग इस काले कानून का विरोध कर रहा है, जिसके कारण सभी किसान मजदूरों व अन्य वर्ग के लोगों द्वारा भारत बंद का ऐलान किया गया था। बंद के दौरान में मजारी टोल प्लाजा में बड़ी संख्या में किसानों-मजदूरों व अन्य वर्ग के लोगों ने हाजिरी लगाकर इस प्रदर्शन में किसान जत्थेबंदियों का समर्थन किया और प्रदर्शन पर प्रतिक्रिया नहीं देने वाली केंद्र सरकार को जगाने की कोशिश में हाईवे को जाम कर दिया। इस विरोध प्रदर्शन में रागी जसदीप सिंह नागरा, कश्मीर सिंह कादर, अवतार सिंह चांद ने बहादुर वीरों की कविताएं और उनकी कहानियां सुनाकर लोगों के हौसले को बुलंद किए। संघर्ष की अगुआई कैप्टन रघुवीर सिंह ने की। इस अवसर पर बलवीर सिंह जातला, महासिंह रौड़ी ने केंद्र सरकार के रवैया की सख्त शब्दों में निंदा करते हुए कहा कि जल्द ही कृषि सुधार कानूनों को रद किया जाना चाहिए। इस अवसर पर राजविदर सिंह लक्की, सतनाम सिंह जलालपुर, परमजीत सिंह रौड़ी, प्रेम सिंह रक्कड़, कुलदीप सिंह, चरणजीत सिंह, दिलबाग सिंह, बलजीत सिंह, तरसेम लाल, राशपाल जाडली, जसवीर औलिया, हरवंश सिंह, दलजीत सिंह बैंस खुर्दां, अवतार सिंह आदि हाजिर रहे।