क्विज में जुबेर ने पहला व दीप ने पाया दूसरा स्थान

नवांशहर केसी एसएमसी (मैनेजमेंट) कालेज के कामर्स विभाग द्वारा कार्यकारी प्रिसिपल डा. शबनम की देखरेख में राष्ट्रीय विज्ञान दिवस के उपलक्ष्य में आनलाइन क्विज प्रतियोगिता करवाई गई। इसमें केसी ग्रुप के सभी कालेजों के 160 विद्यार्थियों ने भाग लिया। यह जानकारी क्विज को-आर्डिनेटर अक्षय राणा ने दी है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 26 Feb 2021 09:00 PM (IST) Updated:Fri, 26 Feb 2021 09:00 PM (IST)
क्विज में जुबेर ने पहला व दीप ने पाया दूसरा स्थान
क्विज में जुबेर ने पहला व दीप ने पाया दूसरा स्थान

जागरण संवाददाता, नवांशहर

केसी एसएमसी (मैनेजमेंट) कालेज के कामर्स विभाग द्वारा कार्यकारी प्रिसिपल डा. शबनम की देखरेख में राष्ट्रीय विज्ञान दिवस के उपलक्ष्य में आनलाइन क्विज प्रतियोगिता करवाई गई। इसमें केसी ग्रुप के सभी कालेजों के 160 विद्यार्थियों ने भाग लिया। यह जानकारी क्विज को-आर्डिनेटर अक्षय राणा ने दी है।

उन्होंने बताया कि क्विज में विद्यार्थियों ने साइंस के समान्य ज्ञान के 30 सवालों के जवाब दिए। प्रत्येक सवाल के लिए एक-एक अंक था और इसके लिए समयसीमा 30 सेकेंड थी।

इस क्विज में इंजीनियरिग कालेज के एमबीए के पहले सेमेस्टर के जुबैर बानी ने 30 अंक लेकर पहला तथा केसी मैनेजमेंट कालेज के बीसीए के पहले सेमेस्टर के दीप चंद ने 30 अंक (टाइम लिमिट से ज्यादा समय) लेकर दूसरा स्थान पाया है। विजेताओं को ई-प्रमाण पत्र भेजे गए हैं तथा विजेता ओं को चंडीगढ़ में सीएसआइओ में भी भेजा जाएगा।

इस बारे में कैंपस डायरेक्टर डा. प्रवीन कुमार जंजुआ ने बताया कि हर वैज्ञानिक व इंजीनियर ने नई खोज इंसान के विकास के लिए की है। सीवी रमन ने रमन प्रभाव की खोज 28 फरवरी, 1928 को पूरी की थी, उसी के उपलक्ष्य में राष्ट्रीय विज्ञान दिवस मनाया जाता है। विज्ञान इंसान की फीलिग, थिकिग व विकास पर निर्भर करता है। आज इंसान कबाड़ का प्रयोग कर उससे भी पैसे कमा रहा है। यह सब एक साइंस की ही देन का नतीजा है।

डा. शबनम ने बताया कि सीवी रमन ने युवा अवस्था में ही नोबेल पुरस्कार प्राप्त कर लिया था। उनको उनके शोध के लिए भारत रतन की उपाधि व फिर लेनिन शांति पुरस्कार भी मिला था।

केसी रजिस्ट्रार इंजीनियर आरके मूम ने बताया कि इंसान के लिए सिनेमा, टीवी, कंप्यूटर, मोबाइल, हवाई जहाज, हैलीकाप्टर लाभदायक है, वहीं कभी कभार यह कुछ लोगो के लिए हानिकारक भी साबित हो जाते है। वैज्ञानिक द्वारा की गई खोज फायदे के साथ नुकसान भी पहुंचा सकती है। आज इंसान हाथों से काम करने की बजाए मशीन पर निर्भर हो गया है। जिस कारण मजदूरों को बेकार बैठना पड़ रहा है तथा कुछ इंसान शरीरिक श्रम न कर बीमारियों की चपेट में भी आ रहे हैं। इस अवसर पर जफ्तार चौधरी, अंकुश निझावन, मनप्रीत कौर भी उपस्थित थे।

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