बारिश से मौसम हुआ खुशगवार, पारा पांच डिग्री लुढ़का
नवांशहर शहर में मंगलवार दोपहर 12 बजे के बाद हुई बारिश के कारण अधिकतम तापमान में चार डिग्री की कमी आई है। इसके कारण मौसम खुशगवार हो गया और ठंडी हवा चली। सुबह से ही आसमान पर बादल छाए हुए थे। इसके कारण दोपहर करीब 12 बजे 15 मिनट बारिश हुई। इसके बाद दोपहर दो बजे और फिर ढाई बजे भी रिमझिम बारिश हुई। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार बुधवार व वीरवार को भी बारिश के आसार हैं। इससे तापमान में और कमी आएगी।
जागरण संवाददाता, नवांशहर
शहर में मंगलवार दोपहर 12 बजे के बाद हुई बारिश के कारण अधिकतम तापमान में चार डिग्री की कमी आई है। इसके कारण मौसम खुशगवार हो गया और ठंडी हवा चली।
सुबह से ही आसमान पर बादल छाए हुए थे। इसके कारण दोपहर करीब 12 बजे 15 मिनट बारिश हुई। इसके बाद दोपहर दो बजे और फिर ढाई बजे भी रिमझिम बारिश हुई। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार बुधवार व वीरवार को भी बारिश के आसार हैं। इससे तापमान में और कमी आएगी।
उधर, थोड़ी सी बारिश होने से ही सब्जी मंडी नवांशहर में पानी भर गया। इसके कारण लोगों को आने-जाने में परेशानी का सामना करना पड़ा। लोगों का कहना था कि सब्जी मंडी की सड़क को ठीक करवाना चाहिए। बारिश के दिनों कई बार लोग यहां फिसल कर चोटिल हो चुके हैं।
उधर, बारिश के बारे में मुख्य खेतीबाड़ी अधिकारी डा. राजकुमार ने कहा कि खेतों में गेहूं की फसल लगभग कट चुकी है। वैसे भी हल्की बारिश से फसल को कोई नुकसान नहीं होता है। वहीं मंडियों में भी गेहूं की खरीदारी लगभग पूरी हो चुकी है।
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अगले सप्ताह तक मौसम सुहावना रहेगा
इस बारे में मनोज शर्मा डिप्टी डायरेक्टर कृषि केंद्र लंगड़ोया का कहना है कि बारिश के कारण पारा चार डिग्री तक लुढ़का है। मंगलवार को अधिकतम तापमान 32 डिग्री और न्यूनतम तापमान 21 डिग्री रहा है। उन्होंने बताया कि बुधवार व वीरवार को भी बारिश की संभावना है। बुधवार को अधिकतम तापमान 32 डिग्री व न्यूनतम तापमान 21 डिग्री तथा वीरवार को अधिकतम तापमान 29 व न्यूनतम 20 डिग्री रहने की संभावना है। उन्होंने कहा कि आगामी सप्ताह तक मौसम सुहावना ही बना रहेगा, ऐसे में अभी गर्मी से राहत मिलेगी।
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बढ़ी मरीजों की संख्या
जिला अस्पताल के डा. गुरपाल कटारिया ने बताया कि पिछले सप्ताह मंगलवार को हुई बारिश के बाद से जिला अस्पताल में मरीजों की संख्या बढ़ गई है। पहले खासी, बुखार व जुकाम के मरीज रोजाना 50 से 100 आते थे, जो अब बढ़ कर 100 से 200 तक पहुंच गए हैं। वहीं अब दोबारा बारिश के कारण भी मरीजों की संख्या बढ़ सकती है।