प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना की क्लेम अवधि बढ़ाने की मांग
बलाचौर इस समय पूरा देश कोरोना महामारी के प्रकोप से गुजर रहा है। भारत की लगभग 65 से 68 फीसद आबादी ग्रामीण क्षेत्रों में रहती है। ऐसे में कोरोना महामारी एक चुनौती बन गई है। यह बात समाजसेवी चंद्र मोहन जेडी ने कही है।
संवाद सूत्र, बलाचौर
इस समय पूरा देश कोरोना महामारी के प्रकोप से गुजर रहा है। भारत की लगभग 65 से 68 फीसद आबादी ग्रामीण क्षेत्रों में रहती है। ऐसे में कोरोना महामारी एक चुनौती बन गई है। यह बात समाजसेवी चंद्र मोहन जेडी ने कही है।
उन्होंने बताया कि इस भयावह स्थिति के मद्देनजर सामाजिक कार्यकर्ता रविद्र शर्मा, दपिंदर सिंह व संजीव ने राष्ट्रपति को पत्र लिखकर प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना की क्लेम अवधि के समय को बढ़ाने की मांग की है। उनका कहना है कि पिछले कुछ महीने बहुत परेशान करने वाले रहे हैं। वहीं कोविड-19 लहर में रोजाना हजारों लोगों की जान जा रही है। ऐसे बहुत से मामले सामने आ रहे हैं, जहां लोगों ने अपने पूरे परिवार को खो दिया है या बच्चों ने अपने माता-पिता को खो दिया। इस नाजुक वक्त में उक्त परिवारों व बच्चों की स्थिति बहुत संवेदनशील है।
इस महामारी के दौरान कई मुद्दों के बीच जीवन ज्योति बीमा योजना में क्लेम (दावे) के लिए 30 दिनों की सीमा अवधि पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। 9 मई, 2015 को शुरू की गई उक्त बीमा योजना 18 से 50 वर्ष की आयु के बैंक खाताधारकों को दो लाख रुपये का बीमा कवर प्रदान करती है। मृत्यु के बाद संबंधित बैंक खाताधारकों का उत्तराधिकारी या नामिनी 30 दिन के भीतर इसके क्लेम के लिए अप्लाई कर सकता है। दावे के लिए दावा प्रपत्र, डिस्चार्ज रसीद, मृत्यु प्रमाण पत्र और रद किए गए चेक जैसे दस्तावेज प्रस्तुत करने की मांग की जाती है। ऐसे समय में दावा करने से पहले मृत्यु प्रमाण पत्र, मृत्यु का कारण आदि जैसे दस्तावेज प्राप्त करने में कुछ मामलों में कई सप्ताह और यहां तक की महीने भी लग सकते हैं। इस चुनौतीपूर्ण समय में 30 दिनों के भीतर उक्त दस्तावेज प्रस्तुत करना न केवल मुश्किल है बल्कि इससे कोरोना वायरस के फैलने का खतरा भी बढ़ जाएगा।
इसके मद्देनजर 30 दिनों के समय में विस्तार किया जाए। ऐसा करने से इस कठिन समय में अनेकों परिवारों को मदद मिल सकेगी, जिन्होंने अपने प्यारों को खोया है।