डाक्टरों ने हड़ताल पर मांगी सरकार की प्रतिक्रिया, पैरलल ओपीडी में जारी रखा इलाज
पंजाब गवर्नमेंट डाक्टर तालमेल कमेटी के आह्वान पर डाक्टरों द्वारा बुधवार को भी छठे पे कमिशन की सिफारिशों के विरोध में हड़ताल की गई।
जागरण संवाददाता,नवांशहर:
पंजाब गवर्नमेंट डाक्टर तालमेल कमेटी के आह्वान पर डाक्टरों द्वारा बुधवार को भी छठे पे कमिशन की सिफारिशों के विरोध में हड़ताल की गई। इस दौरान डाक्टरों की ओर से प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई। डाक्टरों ने कहा कि वे पिछले कई दिनों से अपनी मांगों को लेकर हड़ताल पर हैं। लेकिन प्रदेश सरकार की ओर से उनके हड़ताल पर किसी तरह की प्रतिक्रिया नहीं आई है। बुधवार को हड़ताल के बाद सिविल अस्पताल में पैरलल ओपीडी चलाई गई। इस दौरान लगभग 300 से ज्यादा मरीजों का चेकअप किया गया व उनको दवाईयां दी गईं।
इस दौरान धरने को संबोधित करते हुए पीसीएमएस एसोसिएशन के जिला प्रधान डा. निरंजन पाल , डा. सतविदर पाल सिंह व डा. अजय बसरा ने कहा कि डाक्टरों की ओर से 30 जुलाई तक पैरलल ओपीडी सेवाएं जारी रखी जाएंगी। उन्होंने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि सरकार ने डाक्टरों की मांगों पर ध्यान नहीं दिया तो संघर्ष को और तेज कर दिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि डाक्टरों ने कोरोनाकाल में अपनी जान की परवाह छोड़ कर दिन रात लोगों की सेवा की। ऐसे में डाक्टरों की मांगों को लेकर प्रदेश सरकार का यह रवैया डाक्टरों को अपमानित करने जैसा लग रहा है। इस मौके पर डा. गुरपाल कटारिया, डा. नवनीत कौर, डा. रीतू, डा. अमित सुनियारा, डा. निर्मल कुमार, डा. नीना शांत, डा. परमिदर सिंह, डा. सवरनजीत कुलार, डा. बरिदर पाल, डा. हरविदर कुमार, डा. हरपिदर सिंह, डा. हरतेश पाहवा, डा. राजिदर मागो, डा. पारुल, डा. मनप्रीत आदि मौजूद रहे।