जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए हुई जिला स्तरीय मीटिंग

जहरीले कीटनाशक युक्त खेती के बुरे प्रभावों को लेकर लोगों और किसानों में समय के साथ बहुत जागरूकता फैली है। जिसके फलस्वरूप ज्यादातर किसानों ने जैविक खेती की ओर अपना ध्यान केंद्रित कर दिया है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 04 Aug 2021 10:16 PM (IST) Updated:Wed, 04 Aug 2021 10:16 PM (IST)
जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए हुई जिला स्तरीय मीटिंग
जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए हुई जिला स्तरीय मीटिंग

जागरण संवाददाता, नवांशहर:

जहरीले कीटनाशक युक्त खेती के बुरे प्रभावों को लेकर लोगों और किसानों में समय के साथ बहुत जागरूकता फैली है। जिसके फलस्वरूप ज्यादातर किसानों ने जैविक खेती की ओर अपना ध्यान केंद्रित कर दिया है। इसी कड़ी के अंतर्गत जिले के आर्गेनिक (जैविक) किसानों की जिला स्तरीय मीटिग पंजाब एग्रो जिला दफ्तर नवांशहर में हुई। इस मौके पर जैविक पैदावार और उत्पादों के मंडीकरण, किसान सोसायटी और एफपीओ बनाने के बारे में विचार विमर्श किया गया।

इस दौरान जिला सुपरवाइजर आर्गेनिक प्रमाणीकरण और ट्रेसेबिलिटी सतविदर सिंह ने बताया कि पंजाब एग्री एक्सपोर्ट निगम लिमिटेड (पैगरेक्सको) की तरफ से जिले में 100 एकड़ के करीब क्षेत्रफल प्रमाणीकरण के तहत रजिस्टर किया गया है। इनका प्रमाणीकरण बिल्कुल मुफ्त में किया जा रहा है। प्रमाणीकरण के साथ जहां जैविक पैदावार का स्तर ऊंचा होता है। वहीं पैगरेक्सको के नुमाइंदों द्वारा फील्ड या खेत निरीक्षण और तकनीकी सहायता भी बिल्कुल मुफ्त में दी जाती है। इस मौके पर आत्मा के डायरेक्टर डा. कमलदीप सिंह द्वारा जैविक किसानों को दी जाने वाली सुविधाओं के बारे में विस्तार से बताया तथा होशियारपुर की तर्ज पर जिले में आत्मा किसान हट बनाने की बात कही। उन्होंने बताया कि आत्मा की तरफ से हमेशा ही जैविक किसानों की भलाई के लिए काम किया जाता रहा है। भविष्य में भी इसके द्वारा यह काम निरंतर जारी रहेगा।

जिला होशियारपुर से नेचुरल फार्मर एसोसिएशन के इंचार्ज अशोक कुमार ने होशियारपुर में चल रही किसान हट की तर्ज पर नवांशहर में भी किसान हट बनाने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने यहां किसान सोसाइटी बनाने की भी अपील की। अधिकारियों द्वारा बताया गया कि जल्द ही यहां जैविक मंडी की शुरुआत की जाएगी।

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