जिला कानूनी सेवाएं अथारिटी के प्रयासों से पीड़ित परिवार को मिली वित्तीय सहायता

घटना में पति-पत्नी की मौत के बाद इस मजदूर परिवार पर मुसीबतों का पहाड़ टूट पड़ा। बूढ़े मां-बाप और चार नाबालिग बच्चों का दुनिया में कोई सहारा नहीं बचा।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 20 Oct 2021 10:08 PM (IST) Updated:Wed, 20 Oct 2021 10:08 PM (IST)
जिला कानूनी सेवाएं अथारिटी के प्रयासों से पीड़ित परिवार को मिली वित्तीय सहायता
जिला कानूनी सेवाएं अथारिटी के प्रयासों से पीड़ित परिवार को मिली वित्तीय सहायता

जागरण संवाददाता, नवांशहर : गत वर्ष 20 जुलाई 2019 को सुबह करीब सात बजे राहों-बहलूर कलां रोड पर एक किसान की जमीन में मोटर पर रहने वाले एक प्रवासी मजदूर परिवार के साथ बहुत बड़ी अनहोनी घटना घटी। इस जमीन में गहरे कुएं में लगी पानी वाली मोटर, हवा भर जाने कारण नहीं चल रही थी। जिसे चलाने के लिए अपने चार बच्चों, पत्नी और माता-पिता के साथ रहने वाले मजदूर मधु कुमार कुएं में उत्तर गया। लेकिन वापस नहीं आया। पत्नी मालती देवी भी पति के बाहर नहीं निकलने पर घबराकर कुएं में उतर गई। वह नहीं जानती थी कि कुएं में जमा जहरीली गैस ने उसके पति की जिदगी खत्म कर दी है। घटना में पति-पत्नी की मौत के बाद इस मजदूर परिवार पर मुसीबतों का पहाड़ टूट पड़ा। बूढ़े मां-बाप और चार नाबालिग बच्चों का दुनिया में कोई सहारा नहीं बचा। हादसा कृषि से संबंधित था और इस तरह के हादसों के लिए मार्केट कमेटियों की तरफ से वित्तीय सहायता भी दी जाती है। पीड़ित परिवार को वित्तीय सहायता प्रदान करने के लिए सबंधित कार्यवाही के लिए हादसों की तारीख से एक साल के अंदर-अंदर अर्जी और जरुरी दस्तावेज देने जरूरी होते हैं। परन्तु जमीन के साथ संबंधित किसान की तरफ से इस हादसे संबंधी तस्दीक करने में देरी कर दी गई। जिससे पीड़ित परिवार मजबूर होकर बैठ गया।

अंत में पीड़ित परिवार ने जिला कानूनी सेवाएं अथारिटी के कानूनी सेवा केंद्र गांव कोट रांझा के लीगल एड क्लीनिक में पहुंचकर पैरा लीगल वालंटियर बलदेव भारती को अपनी दास्तान सुनाई। जिला और सेशन जज-कम -चेयरमैन जिला कानूनी सेवाएं अथारिटी शहीद भगत सिंह नगर कंवलजीत सिंह बाजवा की अगुआई और सीजेएम-कम-सचिव जिला कानूनी सेवाएं अथारिटी हरप्रीत कौर के दिशा निर्देशों पर पैरा लीगल वालंटियर बलदेव भारती की तरफ से पीड़ित परिवार के लिए आगे की समूची प्रक्रिया पूरी करवाई गई और उच्चाधिकारियों के ध्यान में मामला लाया गया। इसके फलस्वरूप मार्केट कमेटी नवांशहर की तरफ से पीड़ित परिवार के खातों में 80,000 /- रुपये ट्रांसफर किए गए जबकि चार नाबालिग बच्चों के लिए 80-80 हजार रुपये के फिक्स डिपाजिट सर्टिफिकेट तैयार करवाए गए। इस प्रकार हादसे का शिकार हुए पीड़ित परिवार को कुल चार लाख रुपये की वित्तीय सहायता जिला कानूनी सेवाएं अथारिटी शहीद भगत सिंह नगर के प्रयासों के कारण मिल सकी। जिसके लिए पीड़ित परिवार ने जिला कानूनी सेवाएं अथारिटी का धन्यवाद किया।

chat bot
आपका साथी