डाक्टरों ने काले बिल्ले लगाकर मरीजों की जांच की

डाक्टरों ने बेशक वीरवार से ओपीडी व रूटीन के कार्य करना शुरू कर दिया है परंतु डाक्टरों की ओर से तीन दिन से काले बिल्ले लगाकर काम किया जा रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 07 Aug 2021 11:06 PM (IST) Updated:Sat, 07 Aug 2021 11:06 PM (IST)
डाक्टरों ने काले बिल्ले लगाकर मरीजों की जांच की
डाक्टरों ने काले बिल्ले लगाकर मरीजों की जांच की

जागरण संवाददाता, नवांशहर : डाक्टरों ने बेशक वीरवार से ओपीडी व रूटीन के कार्य करना शुरू कर दिया है परंतु डाक्टरों की ओर से तीन दिन से काले बिल्ले लगाकर काम किया जा रहा है। डाक्टर अभी भी सरकार के फैसले से नाखुश हैं और काले बिल्ले लगाकर ओपीडी में मरीजों की जांच कर रहे हैं। डा. सतविदर पाल ने बताया कि सरकार की ओर से जारी छठे वेतन आयोग में एनपीए को कम करने को गलत ठहराते हुए जून में ज्वाइंट सरकारी डाक्टर तालमेल कमेटी के आह्वान पर डाक्टरों ने संशोधन के लिए संघर्ष शुरू किया था। डाक्टरों ने सरकारी ओपीडी बंद कर दी। अब सरकार के साथ हुई बैठकों में एनपीए संबंधी जो फैसले आए हैं उनसे डाक्टर नाखुश हैं। जनता की मुश्किलों को देखते हुए डाक्टरों ने सरकारी ओपीडी शुरू कर दी है। उन्होंने कहा कि सरकार की ओर से 25 फीसद एनपीए को छठे वेतन कमिशन के तहत बंद कर दिया गया था। अब संघर्ष के बाद इसे दोबारा चालू तो कर दिया है पर इसे 20 फीसद कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि अगर सरकार 25 फीसद से ज्यादा एनपीए नहीं कर सकती है तो कम से कम इसे 25 फीसद ही रहने दिया जाए। इस मौके पर डा. गुरपाल कटारिया, डा. नवनीत कौर, डा. रीतू, डा. अमित सुनियारा, डा. हरविदर कुमार, डा. हरपिदर सिंह, डा. हरतेश पाहवा, डा. राजिदर मागो, डा. पारुल, डा. मनप्रीत,डा. निर्मल कुमार, डा. नीना शांत, डा. परमिदर सिंह, डा. सवरनजीत कुलार, डा. बरिदर पाल आदि मौजूद रहे।

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