रोपड़ नवांशहर नेशनल हाईवे के तीनों बाईपास पर लगेंगी ट्रैफिक लाइटें, ट्रैफिक पुलिस कर्मियों की बढ़ेगी संख्या

जिले में सड़क दुर्घटनाओं में पिछले दस साल में 1100 से अधिक लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। ज्यादातर हादसे सर्दियों और धुंध में होते हैं।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 30 Nov 2020 05:29 AM (IST) Updated:Mon, 30 Nov 2020 05:29 AM (IST)
रोपड़ नवांशहर नेशनल हाईवे के तीनों बाईपास पर लगेंगी ट्रैफिक लाइटें, ट्रैफिक पुलिस कर्मियों की बढ़ेगी संख्या
रोपड़ नवांशहर नेशनल हाईवे के तीनों बाईपास पर लगेंगी ट्रैफिक लाइटें, ट्रैफिक पुलिस कर्मियों की बढ़ेगी संख्या

सुशील पांडे, नवांशहर : जिले में सड़क दुर्घटनाओं में पिछले दस साल में 1100 से अधिक लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। ज्यादातर हादसे सर्दियों और धुंध में होते हैं। वहीं अभी जिले में हाईवे बनने से हालात ऐसे बन गए हैं कि रोजाना ही सड़क दुर्घटना में एक व्यक्ति की मौत हो रही है। हाईवे पर लगे कट और गलत दिशा से आ रहे वाहन दुर्घटनाओं का मुख्य कारण बनते हैं। तेज रफ्तार चारपहिया वाहन दोपहिया वाहनों को टक्कर मार देते हैं, जिससे दो पहिया वाहन चालकों की जान चली जाती है। रात में शराब पीकर नशे में वाहन चलाने वाले दुर्घटना का कारण बनते हैं। एक दिन पहले ही नवांशहर के रेलवे रोड पर शराबी हालत में पुलिस के सिपाही ने तीन लोगों को कार से कुचल दिया था। अब प्रशासन व यातायात पुलिस कमियों को दूर करेगी। वहीं अन्य विभाग भी अपनी-अपनी जिम्मेदारी निभाएंगे।

हाईवे पर लगेगी ट्रैफिक लाइट

रोपड़ नवांशहर नेशनल हाईवे पर तीन बाईपास हैं। इन तीनों बाईपास पर ट्रैफिक लाइटें नहीं हैं। हाईवे पर होने वाले 60 फीसद दुर्घटनाएं इन्हीं बाईपास पर होती हैं। चार दिन पहले नवांशहर की कई समाज सेवी संगठनों के प्रतिनिधि डिप्टी कमिश्नर डा. शेना अग्रवाल से मिले थे और बाईपास पर ट्रैफिक लाइट लगाने की मांग की थी। डिप्टी कमिश्नर ने आश्वासन दिया था कि महालों व लंगड़ोया बाईपास पर ट्रैफिक लाइटें लगाने के लिए संबंधित विभाग को लिखेंगी। हाईवे बनाने वाली कंपनी के जीआर इंफ्रास्टक्चर के मैनेजर सुशील कुमार कहते हैं कि जल्द ही हाईवे के बाईपास पर ट्रैफिक लाइट लगाई जाएंगी।

शुगर मिल में आने वाले ट्रैक्टर ट्रालियों पर लगाए जाएंगे रिफ्लेक्टर

शुगर मिले में पिराई का सीजन शुरू हो चुका है। शुगर मिल में रोजाना सैकड़ों किसान ट्रैक्टर व ट्रालियों पर गन्ना लेकर आते हैं। ट्रालियों के पीछे रिफ्लेक्टर न होने से यह ट्रालियां दुर्घटना का कारण बनती हैं। हर साल ट्रैफिक पुलिस ट्रालियों पर रिफ्लेक्टर लगाती है। ट्रैफिक पुलिस ने इस बार भी ट्रालियों पर रिफ्लेक्टर लगाने के लिए करीब 400 रिफ्लेक्टर का इंतजाम किया है, जिनकी शुरुआत जल्द ही की जा रही है।

सांझ केंद्र के कर्मचारी पूरा वर्ष लोगों को करते हैं जागरूक

पुलिस विभाग के सेल सांझ केंद्र के कर्मचारियों की ड्यूटी लोगों को जागरूक करने के लिए लगाई गई है। यह स्कूलों,कालेजों व अन्य संस्थाओं में जाकर लोगों को ट्रैफिक नियमों के बारे में जागरूक करते हैं। सर्दियों के मौसम में इनकी गतिविधियां तेज हो जाती हैं। अब यह कर्मचारी नियमित तौर लोगों को ट्रैफिक नियमों की पालना के लिए जागरूक कर रहे हैं।

पुलिस दिसंबर में चलाती है सड़क सुरक्षा को लेकर अभियान

पुलिस की ओर से हर वर्ष दिसंबर माह में लोगों को जागरूक करने के लिए सड़क सुरक्षा पंद्रवाड़ा मनाया जाता है। पुलिस की ओर से पूरे जिले में कैंप लगा कर 15 दिन तक लोगों को नियमों की जानकारी दी जाती है ताकि लोग सुरक्षित रह सकें।

लोगों को सुरक्षित रखने के लिए बढ़ाएंगे ट्रैफिक पुलिस कर्मी

एसएसपी अलका मीणा का कहना है कि लोगों को सुरक्षित रखने के लिए संकेतिकों, सिग्नलों के रखरखाव के लिए विशेष व्यवस्था की जा रही है। ट्रैफिक पुलिस कर्मियों की संख्या को बढ़ाने पर भी विचार किया जा रहा है। ट्रैफिक कर्मियों को संसाधन मुहैया करवाए जा रहे हैं।

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