नहीं रुक रहा डेंगू का डंक, पांच और मरीज मिले

जिले में डेंगू का कहर रुकने का नाम नहीं ले रहा है। पहले दीवाली के बाद डेंगू के केस कम हो जाते थे लेकिन इस बार यह कम नहीं हो रहा है। जिले में डेंगू के मरीजों की आंकड़ा 500 के पार हो गया है। शनिवार को डेंगू के पांच नए मरीज मिले। इस सीजन में डेंगू के कारण पांच लोगों की मौत हो चुकी है। कोरोना के कारण तो ज्यादा उम्र के मरीज ही प्रभावित होते थे पर डेंगू हर उम्र के व्यक्ति को अपनी चपेट में ले रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 27 Nov 2021 05:31 PM (IST) Updated:Sat, 27 Nov 2021 05:31 PM (IST)
नहीं रुक रहा डेंगू का डंक, पांच और मरीज मिले
नहीं रुक रहा डेंगू का डंक, पांच और मरीज मिले

सुशील पांडे, नवांशहर : जिले में डेंगू का कहर रुकने का नाम नहीं ले रहा है। पहले दीवाली के बाद डेंगू के केस कम हो जाते थे लेकिन इस बार यह कम नहीं हो रहा है। जिले में डेंगू के मरीजों की आंकड़ा 500 के पार हो गया है। शनिवार को डेंगू के पांच नए मरीज मिले। इस सीजन में डेंगू के कारण पांच लोगों की मौत हो चुकी है। कोरोना के कारण तो ज्यादा उम्र के मरीज ही प्रभावित होते थे पर डेंगू हर उम्र के व्यक्ति को अपनी चपेट में ले रहा है।

स्वास्थ्य विभाग की ओर से डेंगू के प्रसार को रोकने के लिए लगातार काम किया जाता है पर लोगों की लापरवाही के कारण डेंगू के मरीज कम नहीं हो रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग की ओर से इस सीजन में 70 हजार से ज्यादा घरों की जांच की जा चुकी है। इस जांच में करीब पांच हजार लोगों के घरों से डेंगू कालारवा नष्ट किया गया। विभाग की ओर से कई लोगों को चेतावनी देकर छोड़ा गया तो कई के चालान भी किए गए। इन सबके बावजूद डेंगू के मरीजों का आंकड़ा 500 का आंकड़ा पार कर गया है। आने वाले समय में यह आंकड़ा अभी और बढ़ेगा क्योंकि 15 दिसंबर तक डेंगू के मरीज आते रहते हैं। 15 दिसंबर के बाद जब ठंड बहुत ज्यादा हो जाती है तो डेंगू के मरीजों में कमी आती है।

हर साल 1000 के करीब लोग करवाते हैं डेंगू का टेस्ट

जिले में हर साल एक हजार के करीब लोग अपना डेंगू का टेस्ट करवाते हैं और औसत 400 से लेकर 700 तक लोग डेंगू का शिकार हो जाते हैं। इनमें से औसत चार लोगों की मौत हो जाती है। 2017 में साल 888 लोगों ने डेंगू के टेस्ट करवाए थे और डेंगू के कारण जिले में तीन की मौत हुई थी, जबकि जिले में डेंगू के 312 मरीज थे। 2018 में जिले के 625 लोगों को डेंगू हुआ था और दो लोगों की डेंगू से मौत हुई थी। 2019 में 400 लोग डेंगू का शिकार हुए थे और तीन की मौत हुई थी। इस वर्ष तक यह आंकड़ा 400 को पार कर गया। वर्ष 2020 में भी आंकड़ा 400 के पार कर गया था व दो लोगों की मौत हो गई थी।

डेंगू के खात्मे के लिए विभाग सतर्क : सिविल सर्जन

सिविल सर्जन डा.इंद्रमोहन दत्ता का कहना है कि स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी पूरी मेहनत कर रहे हैं कि डेंगू को जिले से खत्म किया जा सके। घर- घर जाकर डेंगू के लारवे को नष्ट किया जा रहा है। जहां पर पानी जमा है, वहां पर दवाई का छिड़काव भी किया जा रहा है। नगर कौंसिल के अधिकारियों को कई बार लिखा गया है कि वह उन नालियों की सफाई करवाएं, जहां पर पानी जमा होता है ताकि डेंगू का पनपने ही न दिया जाए। डेंगू मरीजों के इलाज के लिए स्वास्थ्य विभाग ने पूरे प्रबंध किए हैं।

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