किसान जत्थेबंदियों ने की कांफ्रेंस और रोष प्रदर्शन

नवांशहर संयुक्त किसान मोर्चा दिल्ली के आह्वान पर किसान जत्थेबंदियों ने बुधवार को दशहरा ग्राउंड नवांशहर में कांफ्रेंस और रोष प्रदर्शन किया। इस दौरान दिल्ली की जेलों में बंद किसानों नौजवानों म•ादूर नेताओं सामाजिक कार्यकर्ताओं की रिहाई करने सहित पुलिस केस रद करवाने सरकारी एजेंसियों की तरफ से भेजे जा रहे नोटिस बंद करने व दिल्ली पुलिस की तरफ से किसान मोर्चे की घेराबंदी खत्म करने की मांग की गई।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 24 Feb 2021 10:41 PM (IST) Updated:Thu, 25 Feb 2021 06:30 AM (IST)
किसान जत्थेबंदियों ने की कांफ्रेंस और रोष प्रदर्शन
किसान जत्थेबंदियों ने की कांफ्रेंस और रोष प्रदर्शन

जागरण संवाददाता, नवांशहर

संयुक्त किसान मोर्चा दिल्ली के आह्वान पर किसान जत्थेबंदियों ने बुधवार को दशहरा ग्राउंड नवांशहर में कांफ्रेंस और रोष प्रदर्शन किया। इस दौरान दिल्ली की जेलों में बंद किसानों, नौजवानों, म•ादूर नेताओं, सामाजिक कार्यकर्ताओं की रिहाई करने सहित पुलिस केस रद करवाने, सरकारी एजेंसियों की तरफ से भेजे जा रहे नोटिस बंद करने व दिल्ली पुलिस की तरफ से किसान मोर्चे की घेराबंदी खत्म करने की मांग की गई।

इस अवसर पर किरती किसान यूनियन के प्रदेश समिति सदस्य भूपिदर सिंह वड़ैच, जिला सचिव तरसेम सिंह बैंस, इफ्टू के प्रदेश प्रधान कुलविदर सिंह वड़ैच, दोआबा किसान यूनियन के वरिष्ठ नेता हरमिदर सिंह फौजी, स्त्री जागृति मंच की प्रदेश प्रधान गुरबख्श कौर संघा ने संबोधित किया। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार किसान संघर्ष को खत्म करने के लिए जबर और अन्याय का सहारा ले रही है।

उन्होंने कहा कि डर को हथियार के तौर पर इस्तेमाल करते हुए केंद्र किसानों, नौजवानों, मजदूर नेताओं और सामाजिक कार्यकर्ताओं पर झूठे पुलिस केस दर्ज करके उनको जेलों में बंद कर रही है। दिल्ली पुलिस किसान मोर्चे की घेराबंदी करके दहशत का माहौल बना रही है। इस संघर्ष में 200 से अधिक किसान मारे जा चुके हैं। मगर, केंद्र सरकार का पत्थर दिल अभी भी नहीं पिघला है।

केंद्र सरकार तीन खेती सुधार कानून रद करने की जगह भाजपा के आइटी सेल के प्रचार द्वारा किसान नेताओं, किसान संघर्ष के विरुद्ध झूठा व गुमराह करने का प्रचार कर रही है। मगर, अंत में सरकार को किसान संघर्ष के आगे घुटने टेकते हुए किसान विरोधी खेती कानून वापस लेने ही पड़ेंगे।

इस मौके पर मांग की गई कि जिले के गांव काजमपुर के नौजवान रणजीत सिंह जिस पर दिल्ली पुलिस ने इरादा कत्ल का झूठा पर्चा दर्ज करके जेल में बंद किया हुआ है, को रिहा किया जाए। इस मौके पर रणजीत सिंह की माता सर्बजीत कौर भी उपस्थित थीं।

कांफ्रेंस के बाद शहर में रोष प्रदर्शन करके डीसी डा. शेना अग्रवाल के माध्यम से राष्ट्रपति के नाम मांगपत्र भी सौंपा गया। इस अवसर पर दलजीत सिंह एडवोकेट, मक्खन सिंह भानमजारा, अवतार सिंह कट, सुरिदर सिंह मेहरमपुर, परमजीत सिंह सहाबपुर, जरनैल सिंह खालसा नवांशहर आदि शामिल थे।

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