साइप्रस के कालेज में दाखिले के नाम पर की 4.67 लाख रुपये की ठगी

नवांशहर जिले में स्टडी वीजा के नाम पर विद्यार्थियों को ठगने का सिलसिला कम होने का नाम नही ले रहा है। जहां कुछ दिन पहले ही विजिन वे नाम की इमिग्रेशन कंपनी की ओर से एक युवती से 15.27 लाख रुपये की ठगी करने के आरोप में मामला दर्ज किया गया था। वहीं अब थाना सदर पुलिस ने वीरवार को गांव गेहलड़ों के रहने वाले दो एजेंटों पर साइप्रस भेजने के नाम पर गांव दिलावरपुर की रहने वाली युवती से 4.67 लाख रुपये की ठगी करने का मामला दर्ज किया है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 22 Jan 2021 10:25 PM (IST) Updated:Sat, 23 Jan 2021 07:30 AM (IST)
साइप्रस के कालेज में दाखिले के नाम पर की 4.67 लाख रुपये की ठगी
साइप्रस के कालेज में दाखिले के नाम पर की 4.67 लाख रुपये की ठगी

सुशील पांडे, नवांशहर

जिले में स्टडी वीजा के नाम पर विद्यार्थियों को ठगने का सिलसिला कम होने का नाम नही ले रहा है। जहां कुछ दिन पहले ही विजिन वे नाम की इमिग्रेशन कंपनी की ओर से एक युवती से 15.27 लाख रुपये की ठगी करने के आरोप में मामला दर्ज किया गया था। वहीं अब थाना सदर पुलिस ने वीरवार को गांव गेहलड़ों के रहने वाले दो एजेंटों पर साइप्रस भेजने के नाम पर गांव दिलावरपुर की रहने वाली युवती से 4.67 लाख रुपये की ठगी करने का मामला दर्ज किया है।

इस बारे में पुलिस ने आरोपितों सुखदीप सिंह व बलजीत कौर के खिलाफ केस दर्ज कर आगे की कारवाई शुरू कर दी है। यह केस बताता है कि कैसे भोलेभाले लोगों से पैसा लेकर एजेंट उन्हें विदेश में पढ़ाई के नाम पर भेजने के बाद धक्के खाने के लिए छोड़ देते हैं। पीड़िता को साइप्रेस भेज कर एजेंटों ने उससे पैसे भी ले लिए, परंतु उसका कालेज में दाखिला न करवाकर उसे वहीं धक्के खाने के लिए छोड़ दिया। किसी तरह से पैसे मंगवा कर पीड़िता 11 माह धक्के खाने के बाद वापस 17 सितंबर, 2020 को भारत लौटी।

इस बारे में पुलिस को दी शिकायत में गांव दिलावरपुर के रहने वाली नरेश बाला ने कहा है कि उसका साइप्रस में पढ़ाई करने के लिए गांव गेहलड़ों के रहने वाले सुखदीप सिंह व उसकी बहन बलजीत कौर के साथ 3.65 लाख रुपये में सौदा हुआ था। आरोपितों ने कहा था कि कि यह रुपये एक वर्ष की फीस, रिहायश का खर्च, इमिग्रेशन व टिकटों का खर्च होगा। इस पर उसने उन्हें 3.65 लाख रुपये दे दिए। इसके बाद आरोपितों ने उसका विदेश में पढ़ाई के लिए काम बनाना शुरू कर दिया। आरोपितों ने उसे बताया कि उसे 2500 यूरो साथ में लेकर आने हैं। इसके बाद 1 अक्टूबर, 2019 को वो साइप्रस पहुंच गई। वहां एयरपोर्ट पर पहुंचने पर बलजीत कौर ने उसका पासपोर्ट व 1500 यूरो ले लिए और उसे साइप्रस में एक कमरे में बंद कर दिया। जब उसने बलजीत कौर से अपनी पढ़ाई व कालेज के बारे में पूछा, तो वो उसे टालती रही। 15 दिन के बाद उसने उसके पास एक लड़का भेजा व उससे 400 यूरो लेकर उसकी रजिस्ट्रेशन एक कालेज में करवा दी। इसके बाद आरोपितों ने उसे सड़क पर छोड़ दिया। उसने अपने परिवार वालों से फोन पर बात की और रुपये मंगवाए। जिसके आधार पर उसने अपना मेडिकल करवाया। पीड़िता ने आरोप लगाया है कि आरोपितों ने उसे काम पर लगाने का भी वादा भी किया था। मगर, 11 माह साइप्रस में धक्के खाने के बाद वह लौटी है। जब उसने आरोपितों से अपने पैसों की मांग की, तो आरोपित उसे धमकियां देने लगे। उसने बताया है कि आरोपितों ने कालेज में दाखिला दिलाने के नाम पर कुल 4.67 लाख रुपये की ठगी की है।

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ऐसे बचें ठगी से

-किसी भी अनजान शख्स की बातों में आएं।

-रजिस्टर्ड प्लेसमेंट एजेंसी से ही संपर्क करें।

-पहले पूरे कागजात चेक करें

-किसी भी एजेंसी या व्यक्ति को एडवांस में पेमेंट न करें

-अपनी योग्यता को परखें व विदेश में नौकरी के अवसरों को जांचें।

-सरकारी प्रक्रिया से ही विदेश में जाने की प्रकिया अपनाएं

-विदेश जाने से पहले पासपोर्ट, टिकट, वीजा आदि कागजात की छानबीन करवा लें

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दिखाएं समझदारी

इस बारे में डीसी डा. शेना अग्रवाल का कहना है कि लोगों को खुद भी समझदारी दिखानी चाहिए व रजिस्टर्ड ट्रैवल एजेटों के जरिए ही विदेश जाने की कोशिश करनी चाहिए। उन्होने कहा कि जिन लोगों पर ठगी के केस दर्ज हैं, उनके लाइसेंस रद किए जा सकते हैं।

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