प्रदूषण मुक्त शहर के लिए ग्रीन दिवाली मनाएं

बढ़ते प्रदूषण के कारण जनजीवन प्रभावित हो रहा है। इसीलिए राज्य को प्रदूषण मुक्त करने से पहले अपने गली मोहल्ले के साथ-साथ शहर को प्रदूषण मुक्त करने का संकल्प लें।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 25 Oct 2021 02:30 PM (IST) Updated:Mon, 25 Oct 2021 03:22 PM (IST)
प्रदूषण मुक्त शहर के लिए ग्रीन दिवाली मनाएं
प्रदूषण मुक्त शहर के लिए ग्रीन दिवाली मनाएं

जगदीश लाल कलसी, बंगा: बढ़ते प्रदूषण के कारण जनजीवन प्रभावित हो रहा है। इसीलिए राज्य को प्रदूषण मुक्त करने से पहले अपने गली मोहल्ले के साथ-साथ शहर को प्रदूषण मुक्त करने का संकल्प लें। दिवाली जश्न का त्योहार है। इसलिए सभी को संकल्प लेना चाहिए कि इस बार पटाखे न फोड़कर ग्रीन दिवाली मनाएंगे। गांव बाहडोवाल के सरपंच सर्बजीत सिंह व ब्लाक समिति के प्रधान अमरजीत सिंह ने कहा कि दिवाली पर पटाखे न फोड़कर गरीब बच्चों के साथ दिवाली मनाएं। पटाखों पर खर्च करने वाले पैसे बच्चों के कपड़ों पर खर्च कर गरीब बच्चों को सर्दी में पहनने वाले कपड़े लेकर दें। समाज सेविका रमनदीप कौर का कहना है कि दिवाली पर घरों में दीपमाला करें। आसपास के लोगों के साथ मिल बैठकर अंताक्षरी खेलें तथा एक दूसरे के घर से प्रेम बढ़ाएं। बंगा के पूर्व पार्षद हेमंत चोपड़ा का कहना है कि दिवाली पर गरीब बच्चों के साथ मिलकर दिवाली साझा करें। बच्चों में मिठाई बांटें । इसके अलावा दीपमाला अपने घर के साथ-साथ गरीब बस्तियों में भी करें। बंगा के पार्षद नरेंद्र जीत व राणा रणवीर का कहना है दिवाली खुशियों का त्योहार है । इसीलिए घरों में मां लक्ष्मी की पूजा करें। स्वस्थ सेहत प्रदान करने वाले पकवान बनाएं। गरीब बस्तियों में जाकर बच्चों के साथ छोटी-छोटी खुशियां बांटें, मगर पटाखे फोड़ने से गुरेज करें। मास्टर रामकिशन का कहना है कि दिवाली पर पटाखे न चलाएं। गरीब बस्तियों में जाकर दीपमाला करे। इससे एक तो ग्रीन दिवाली मनाई जाएगी, दूसरा प्रदूषण भी कम होगा। आप के पार्षद सुरिदर कुमार का कहना है कि दीपावली पर घरों में दीपमाला करे और पटाखे चलाने से परहेज करें। अकाली दल के नेता व पार्षद जसविद्र सिंह मान व कुलदीप सिंह हेडिया का कहना है कि दीपावली पर बच्चों में धर्म संचार करें और गुरुद्वारा साहिब में जाकर माथा टेकर गुरबाणी का पाठ सुनें। बंगा के सोशल वर्कर राज कुमार व डा. मुकेश उपाध्याय ने कहा कि दिवाली खुशियों का त्योहार है। पटाखों से पर्यावरण खराब होता है, इसके अलावा कई बार पटाखे चलाते समय लापरवाही के कारण अप्रिय घटनाएं घटती हैं, जिससे बचना चाहिए।

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