बस अड्डे को दो घंटे के लिए किया बंद, इंतजार करते रह गए यात्री

पनबस कर्मियों की ओर से अपनी मांगों को लेकर बस अड्डे को सुबह दस से दोपहर 12 बजे तक बंद कर दिया गया। बस अड्डे के बंद होने से कोई भी बस भीतर प्रवेश नहीं कर पाई। जिसके कारण अंदर बैठे बसों का इंतजार कर रहे यात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ा।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 03 Aug 2021 10:19 PM (IST) Updated:Tue, 03 Aug 2021 10:19 PM (IST)
बस अड्डे को दो घंटे के लिए किया बंद, इंतजार करते रह गए यात्री
बस अड्डे को दो घंटे के लिए किया बंद, इंतजार करते रह गए यात्री

जागरण संवाददाता,नवांशहर:

पनबस कर्मियों की ओर से अपनी मांगों को लेकर बस अड्डे को सुबह दस से दोपहर 12 बजे तक बंद कर दिया गया। बस अड्डे के बंद होने से कोई भी बस भीतर प्रवेश नहीं कर पाई। जिसके कारण अंदर बैठे बसों का इंतजार कर रहे यात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ा। सबसे ज्यादा परेशानी महिला यात्रियों को उठानी पड़ी। जालंधर से चंडीगढ़ जाने वाले बसें व चंडीगढ़ से जालंधर जाने वाली बसें बाहर से ही निकल गई। जिसकी जानकारी न होने के कारण अंदर बैठे यात्री इंतजार ही करते रह गए। बस स्टैंड में बस का इंतजार कर रही दीपिका,निधी व चंद्रबाला ने बताया कि उन लोगों को जालंधर जाना था। लेकिन स्टैंड में एक घंटे तक कोई भी बस नहीं आई। इसी तरह मनीषा ,भजनो व इंद्रदीप ने बताया कि उनको लुधियाना जाना था लेकिन बसों के न आने के कारण उनके पास सिवाय इंतजार के कोई चारा नहीं बचा। दोपहर 12 बजे के बाद स्टैंड में बसों का आना शुरू हुआ।

-चार घंटे डिपो बंद कर दिया धरना

पंजाब रोडवेज पनबस कांट्रेक्ट यूनियन पंजाब के आह्वान पर जिले के बस स्टैंड पर धरना दिया गया। इस दौरान प्रदेश सरकार का पुतला भी फूंका गया। यूनियन के जिला प्रधान हरदीप सिंह काहलों व जनरल सचिव अशोक कुमार रौड़ी ने कहा कि पिछले समय में जब यूनियन की ओर से संघर्ष किया गया था तो कैप्टन सरकार ने विश्वास दिलाया था कि जल्द ही वर्करों को पक्का कर दिया जाएगा। और कम से कम 18 हजार रूपये वेतन दिया जएगा। पर अभी तक किसी भी मांग को पूरा नहीं किया गया है। जिस कारण उनको संघर्ष करने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि जब तक उनकी मांगों को माना नही जाता तब तक उनका संघर्ष जारी रहेगा। इस मौके पर सीटू के प्रदेश प्रधान महा सिंह रौड़ी ने पनबस कांट्रेक्ट वर्कर यूनियन की मांगों की हिमायत करते हुए कहा कि ठेकेदारी सिस्टम को बंद कर सभी कर्मचारियों को नियमित किया जाए व मासिक वेतन कम से कम 21 हजार रूपये किया जाए। प्रदेश में नई बसों को रोडवेज के बेड़े में डाला जाए। काम के घंटों को 12 से कम कर 8 घंटे किया जाए। उन्होंने कहा कि अगर मांगों को पूरा नहीं किया गया तो 9,10 व 11 को होने वाली हड़ताल का पूरा समर्थन किया जाएगा। इस मौके पर बीबी चरणजीत सिंह,मक्खण सिंह ताहरपुरी,मुकंद लाल,बलवीर सिंह जाडला,सोहन सिंह,नरिदर सिंह,सर्वण सिंह,सर्वजीत सिंह,राजकुमार,हरदीप सिंह परमजीत काहमा आदि मौजूद रहे।

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