किसान संघर्ष के समर्थन में बसपा ने किया विरोध मार्च

बहुजन समाज पार्टी ने मंगलवार को किसान आंदोलन के समर्थन में नवांशहर में एक विशाल विरोध मार्च का आयोजन किया। जागरण संवाददाता नवांशहर बहुजन समाज पार्टी ने मंगलवार को किसान आंदोलन के समर्थन में नव

By JagranEdited By: Publish:Tue, 27 Jul 2021 10:17 PM (IST) Updated:Tue, 27 Jul 2021 10:17 PM (IST)
किसान संघर्ष के समर्थन में बसपा ने किया विरोध मार्च
किसान संघर्ष के समर्थन में बसपा ने किया विरोध मार्च

जागरण संवाददाता, नवांशहर:

बहुजन समाज पार्टी ने मंगलवार को किसान आंदोलन के समर्थन में नवांशहर में एक विशाल विरोध मार्च का आयोजन किया। जिसमें बसपा पंजाब के अध्यक्ष जसवीर सिंह गढ़ी ने भाग लिया। इस जिला स्तरीय धरने का नेतृत्व प्रदेश महासचिव व हलका प्रभारी नछत्तर पाल ने किया। जिन्होंने खराब मौसम में आंबेडकर चौक से उपायुक्त कार्यालय तक नारेबाजी करते हुए विशाल रोष मार्च निकाला। आंबेडकर चौक पर नीले झंडों की एक विशाल सभा को संबोधित करते हुए गढ़ी ने कहा कि केंद्र में भाजपा सरकार किसान विरोधी, पिछड़ा विरोधी और अल्पसंख्यक विरोधी है। 26 जनवरी को लाल किले पर किसानों के विरोध मार्च के बाद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि वह किसानों के मुद्दे को हल करने से सिर्फ एक फोन काल की दूरी पर हैं, जबकि 26 जुलाई को इस बात को छह महीने बीत चुके हैं। भाजपा सरकार का व्यवहार उस कुंभकरण से भी बुरा है जो छह महीने सोता था और छह महीने जागता रहता था। आज जब बसपा और शिरोमणि अकाली दल ने मौजूदा सत्र के दौरान काम रोको प्रस्ताव लाकर छह दिन से संसद का कामकाज रोका हुआ है, तो बसपा केंद्र सरकार को जगाने के लिए पंजाब की सड़कों पर उतर आई है।

गढ़ी ने कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा कि पंजाब के नवनियुक्त अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू का यह बयान कि किसान मुद्दों के हल के लिए प्यासे किसान कांग्रेस के कुएं पर आ जाएं, बेहद निदनीय है। कांग्रेस का किसान विरोधी चेहरा तब सामने आया जब विधायक चरणजीत चन्नी ने नवजोत सिंह सिद्धू के मोरिडा और चमकौर साहिब पहुंचने पर किसानों के विरोध प्रदर्शन के खिलाफ चन्नी ने मारपीट की पुलिस शिकायत दाखिल करवाई।

उन्होंने कहा कि यह और भी निदनीय है कि कांग्रेस पार्टी ने संसद के मौजूदा सत्र के दौरान काम रोको प्रस्ताव का समर्थन नहीं किया, जबकि बसपा और शिरोमणि अकाली दल किसानों के मुद्दों पर देशव्यापी ध्यान आकर्षित करना चाहते थे। हालांकि, देश का संविधान यह निर्धारित करता है कि सदस्यों के दसवें हिस्से पर संसद के अध्यक्ष, संसदीय सचिव और संसदीय मामलों के मंत्री द्वारा मंजूरी के उपरांत संसद में चर्चा की जा सकती है। लेकिन कांग्रेस संसद में कुछ भी करने के बजाय कृषि उपकरणों (ट्रैक्टर) पर चढ़कर बेकार प्रदर्शन कर रही है।

इस मौके पर हलका इंचार्ज नछत्तर पाल व जरनैल सिंह वाहिद ने कहा कि बसपा शिरोमणि अकाली दल संसद के साथ-साथ सड़कों पर भी किसानों के पक्ष में खड़ा है। इस अवसर पर नछतर पाल विधानसभा प्रभारी नवांशहर, सर्बजीत जाफरपुर जिलाध्यक्ष, बंगा विधायक डॉ. सुखविदर सुखी, जरनैल सिंह वहाद, बलजीत सिंह भारापुर, प्रवीण बंगा. हरबंस लाल चानकोआ, मनोहर कामम, रशपाल महलों अध्यक्ष नवांशहर, जयपाल सुंडा अध्यक्ष बंगा., जसवीर औलियापुर प्रधान बलाचौर, विजय मजारी, भूपिदर बेगमपुरी, ज्ञान चंद, नीलम सहजल, विजय गुणनचौर, हरबलास बधन, सुभाष गोरा पार्षद, गुरमुख नोर्थ पार्षद, मुकेश बाली, हरनिरंजन बेगमपुर, मुख्तियार राहों, सोहन सिंह, अमरीक सिंह, कपिल निलोवाल, मेजर घाटरों, करनाल दर्दी, राकेश सरपंच उधोवाल, मंजीत अलोवाल, सुरिदर झिगड़, सतपाल लंगडोआ, दविदर टाक, रूप लाल धीर, सुरजीत करीहा आदि शामिल थे।

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