आंबेडकर चौक पर भाजपा व किसानों में हाथापाई
आंबेडकर चौक में भाजपा नेता व वामपंथी संगठनों से संबंधित किसान यूनियन के नेता आमने सामने आ गए।
जागरण संवाददाता, नवांशहर : आंबेडकर चौक में भाजपा नेता व वामपंथी संगठनों से संबंधित किसान यूनियन के नेता आमने सामने आ गए। दोनों में विवाद इतना बढ़ गया कि हाथापाई पर उतर आए। इसके कारण भाजपा की जिला प्रधान पूनम माणिक को चोट भी लगी। पुलिस की ओर से वीरवार दोपहर तीन बजे के करीब भाजपा नेताओं को गिरफ्तार कर औड़ थाना ले जाया गया। शाम छह बजे सभी को छोड़ दिया गया। दोनों पार्टियों के टकराव से दिनभर पुलिस काफी परेशान रही। भाजपा के कार्यकर्ता सुबह से ही प्रदेश प्रधान अश्वनी शर्मा की रैली का इंतजार कर रहे थे, तो वामपंथी संगठन के किसान नेता भी प्रदर्शन करने के लिए वहां पर दोपहर 12 बजे पहुंचे थे।
दरअसल, दोपहर को जब भाजपा नेताओं को पता लगा कि रैली नवांशहर में नहीं आ रही है, तो वह बाबा साहेब की प्रतिमा पर माला पहनाने के लिए चले गए। जिसका विरोध किसान नेताओं की ओर से किया। दोपहर सवा दो बजे दोनों में गहमागहमी बढ़ गई और बात हाथापाई पर आ गई। मौके पर पुलिस ने दोनों को रोका। इस दौरान भाजपा ने कांग्रेस सरकार के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। एक तरफ भाजपा नेता व कार्यकर्ता थे, तो दूसरी ओर वाम संगठनों से संबंधित किसान यूनियन के नेता व कार्यकर्ता। भाजपा कार्यकर्ता जब मोदी जिदाबाद के नारे लगा रहे थे, तो किसान नेता मोदी मुर्दाबाद के नारे लगाने लग पड़े। पहले कुछ समय तक एक दूसरे के खिलाफ नारेबाजी की जा रही थी। इसके बाद धीरे धीरे दोनों में आक्रोश बढ़ता गया और मारपीट तक बात पहुंच गई। इसी बीच भाजपा व किसान नेता धरने पर बैठ गए। भाजपा कार्यकर्ताओं व पुलिस के बीच धक्कामुक्की शुरू हो गई। बूत पर माल्यार्पण करने लगे तो लाठी से हमला किया
जिला प्रधान पूनम माणिक ने कहा कि कार्यकर्ता घोषित कार्यक्रम के अनुसार दलित इंसाफ यात्रा में शामिल होने के लिए बाबा साहेब आंबेडकर के स्मारक वाले चौक में सुबह 10:30 पहुंच गए। दोपहर 12:30 बजे किसानों के हक में नारेबाजी करते हुए असामाजिक तत्व आ गए और स्पीकर लगा कर भाजपा विरोधी नारे लगाने लगे। हालांकि भाजपा कार्यकर्ता शांतिमय ढंग से बैठे थे। जब जालंधर में प्रदेश अध्यक्ष अश्वनी शर्मा व अन्य नेताओं की गिरफ्तारी के बाद यात्रा रोकने का पता चला तो कार्यकर्ता बाबा साहेब की प्रतिमा पर माल्यार्पण करने के लिए चढ़े। इसी बीच अचानक दो व्यक्ति जिनके हाथ में लाल झंडा युक्त लाठी थी, से उन्हें पीटने लगे। बचाव को आगे आने वालों से भी धक्कामुक्की की गई। इसके बाबजूद पुलिस द्वारा दोषियों को काबू करने के बजाय भाजपा कार्यकर्ताओं को ही गिरफ्तार कर लिया।