एडीसी ने पराली प्रबंधन पर जागरूकता वैन को हरी झंडी दिखाकर किया रवाना
डिप्टी कमिश्नर विशेष सारंगल के दिशा -निर्देशों अनुसार सोमवार को एडीसी (ज) जसबीर सिंह ने सीआरएम स्कीम के आईईसी अधीन चलाई जा रही दो जागरूकता वैनों को हरी झंडी दे कर रवाना किया।
जागरण संवाददाता, नवांशहर : डिप्टी कमिश्नर विशेष सारंगल के दिशा -निर्देशों अनुसार सोमवार को एडीसी (ज) जसबीर सिंह ने सीआरएम स्कीम के आईईसी अधीन चलाई जा रही दो जागरूकता वैनों को हरी झंडी दे कर रवाना किया। इस मौके पर उन्होंने बताया कि यह प्रचार वैनें जिले के उन ब्लाकों में प्रचार करेंगी, जिनमें पिछले समय के दौरान आग लगने की घटनाएं अधिक हुई हैं। उन्होंने कहा कि यह वैनें किसानों को पराली को आग न लगाने का संदेश देंगी और इसके साथ ही पराली का खेतों में ही योग्य प्रबंधन करने का संदेश भी दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि किसानों को पराली और अन्य फसलों के अवशेष को आग न लगाकर उसे खेतों में ही बिजाई करके दबा देना चाहिए। उन्होने कहा कि पराली और फसलों की अवशेष को आग लगाने के साथ जमीन की सेहत पर बुरा प्रभाव पड़ता है और इस के साथ जहां मित्र कीड़ों का खात्मा होता है, वहीं वातावरण में प्रदूषण फैलता है। पराली जलाने के साथ पैदा हुए धुएं के साथ कई तरह की बीमारियां फैलती हैं। इस मौके पर मुख्य कृषि अफसर डा. राज कुमार ने बताया कि विभाग की तरफ से सीआरएम स्कीम के आईईसी अधीन पराली को आग न लगाने संबंधी जागरूकता के लिए दीवारों पर पेंटिग करवाई जा रही हैं। इस संबंधी स्कूलों में पेंटिग, भाषण और कविता आदि के मुकाबले भी करवाए जाएंगे। जो पंचायत, किसान ग्रुप और निजी किसान पराली प्रबंधन बाबत अच्छा काम करेंगे, उनको क्रमवार 50 हजार, 20 हजार और 11 हजार रुपये की इनाम राशि के तौर पर दिए जाएंगे। सरकार की तरफ से एक आई -खेत एप जारी की गई है, जिसमें किसान अपने आस -पास मौजूद मशीनीरी का पता कर सकता है और उसे किराए पर ले सकता है। इस मौके पर सहायक कृषि इंजीनियर चंदन शर्मा, एडीओ (इनफो) विजय महेशी, एडीओ (टीए) कुलदीप सिंह, पीडी आत्मा कमलदीप और कई अधिकारी उपस्थित थे।