सिविल सर्जन ने बताए रैबीज से बचने के उपाय
सिविल सर्जन डा. गुरिदरबीर कौर के दिशा निर्देशों पर सीनियर मेडिकल अफसर डा. मनदीप कमल के नेतृत्व में जिला अस्पताल नवांशहर में विश्व रैबीज दिवस मनाया गया।
जागरण संवाददाता, नवांशहर: सिविल सर्जन डा. गुरिदरबीर कौर के दिशा निर्देशों पर सीनियर मेडिकल अफसर डा. मनदीप कमल के नेतृत्व में जिला अस्पताल नवांशहर में विश्व रैबीज दिवस मनाया गया। इस मौके डा. गुरिदरबीर कौर ने कहा कि कुत्ते के अलावा बिल्ली, बंदर या किसी और जानवर के काटने के साथ भी रैबीज होने का खतरा होता है। यह वायरस के साथ फैलने वाला एक बेहद गंभीर रोग है। रैबीज का वायरस कई बार पालतू जानवर के चाटने या जानवर की लार के साथ शरीर में फैल जाता है। यदि समय रहते इसका इलाज न किया जाए तो यह रोग जानलेवा साबित हो जाता है। इससे बचाव के लिए एंटी रैबीज के चार टीके लगाए जाते हैं। सरकारी अस्पतालों में रैबीज का मुफ्त इलाज होता है। बैठक में जिला सेहत अफसर डा. कुलदीप राय, डा. सतविदरपाल सिंह, जिला समूह शिक्षा और सूचना अफसर जगत राम, ब्लाक एक्स्टेंशन एजुकेटर विकास विर्दी, फार्मेसी अफसर प्रिस, एलएचवी राज रानी सहित कई अधिकारी और कर्मचारी भी मौजूद थे।