कृषि सुधार कानून नवउदारवादी आर्थिक नीतियों का परिणाम
सीपीआइ (एम) की 23वीं कांफ्रेंस गांव रक्कड़़ां ढाहां में सफलतापूर्वक संपन्न हुई
संवाद सहयोगी, बलाचौर :
सीपीआइ (एम) की 23वीं कांफ्रेंस गांव रक्कड़़ां ढाहां में सफलतापूर्वक संपन्न हुई। इस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए पार्टी के प्रदेश सचिव कामरेड रघुनाथ सिंह ने कहा कि अगर भाजपा द्वारा बनाए गए तीन कृषि कानून नवउदारवादी आर्थिक नीतियों का परिणाम हैं। पिछले 30 वर्षों से इन जनविरोधी आर्थिक नीतियों ने मजदूर वर्ग को उनके लाभ से वंचित रखा है।
उन्होंने लोगों से एकजुट होकर इन नीतियों के खिलाफ लड़ाई तेज करने की अपील की। वह पिछले 30 वर्षों से जनविरोधी नीतियों के खिलाफ लड़ रहे हैं। उन्होंने संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर 27 सितंबर को पूर्ण बंद का अभियान तेज करने की मांग की। उन्होंने लोगों के मुद्दे पर माकपा द्वारा किए गए राष्ट्रव्यापी आह्वान को सफलतापूर्वक लागू करने की अपील की। इस अवसर पर कांफ्रेंस के पहले सत्र में डेलीगेट सहित सैकड़ों किसान और मजदूर मौजूद थे। इस मौके पर कामरेड भूप चंद चान्नो, बलवीर सिंह जडला, राम सिंह नूरपुरी, महां सिंह रौड़ी, प्रेम रक्कड़ समेत बड़ी संख्या में नेता मौजूद थे। आज के ओपन सैशन की अध्यक्षता प्रेम रक्कड, कुलदीप झिगड़, चरणजीत सिंह और दिलबाग सिंह कंगना वेट ने की। जब तक खबर आई, तब तक संगठनात्मक सम्मेलन का दूसरा सत्र शुरू हो चुका था।