साढ़े चार महीने बाद फिर हुई स्कूलों में रौनक बहाल
एक बार फिर स्कूलों में रौनक बहाल हो गई। प्राइवेट स्कूलों ने भी अपनी बसों को शुरू कर दिया है। स्कूलों में छुट्टी होने पर बच्चों की सड़कों पर आने जाने की चहल-पहल फिर देखने को मिलने लगी।
सतीश शर्मा, काठगढ़: बीते साल देश में कोरोना महामारी ने जबरदस्त कोहराम मचाया था। लाखों लोग इस भयानक महामारी का शिकार हो गए। लेकिन इस साल की शुरूआत में संक्रमण की रफ्तार धीमी होने के बाद फिर से जोर पकड़ने लगी। जिसके कारण पिछले साढ़े चार महीनों तक लोगों की सभी गतिविधियों को बंद करना पड़ा। 19 मार्च को सरकार द्वारा लाकडाउन की घोषणा कर दी गई। इस लाकडाउन का सबसे ज्यादा प्रभाव स्कूल, कालेजों व अन्य शिक्षण संस्थानों पर नजर आया। बच्चों को शिक्षण संस्थानों द्वारा आनलाइन माध्यम से पढ़ाया जाने लगा। जिसे उनके अभिभावक ज्यादा प्रभावशाली नहीं मानते थे। जब सरकार ने स्कूलों को दोबारा खोलने की घोषणा की तो बच्चों के माता-पिता ज्यादा प्रसन्न हुए। एक बार फिर स्कूलों में रौनक बहाल हो गई। प्राइवेट स्कूलों ने भी अपनी बसों को शुरू कर दिया है। स्कूलों में छुट्टी होने पर बच्चों की सड़कों पर आने जाने की चहल-पहल फिर देखने को मिलने लगी। कहीं पर माता-पिता स्वयं बच्चों को छोड़ने जा रहे हैं और धीरे-धीरे पढ़ाई फिर से तेजी से शुरू हो रही है। ताकि साढ़े चार महीने के सिलेबस को कवर किया जा सके। बच्चे भूल रहे सरकारी गाइडलाइन
प्रदेश के सभी स्कूल खुल गए हैं, परन्तु बहुत से स्कूल ऐसे हैं, जहां पर सरकारी गाइडलाइन की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। न बच्चे मास्क पहन रहे हैं, न स्कूल स्टाफ मास्क पहनकर आ रहा है। ऐसे में कोरोना की संभावित तीसरी लहर के लिए तैयार होने की बजाए बच्चे इस भयानक महामारी को न्यौता देते नजर आ रहे है। एमआर सिटी स्कूल में करवाया गया हवन यज्ञ
संवाद सूत्र, बलाचौर :
एमआर सिटी स्कूल बलाचौर में दसवीं व बाहरवीं के बढि़या नतीजों के बाद स्कूल के दोबारा खुलने की खुशी में परमात्मा का आशीर्वाद लेने के लिए हवन यज्ञ करवाया गया। इस मौके पर परमात्मा से स्कूल की तरक्की व बच्चों की तंदरूस्ती के लिए अरदास की गई। इस अवसर पर समूह स्टाफ के लिए लंगर भी लगाया गया। इस मौके पर स्कूल के चेयरमैन रामजी दास भूंबला,प्रिसीपल ऋतु बत्रा भी मौजूद रहे।