स्कूलों में बुनियादी सुविधाओं के लिए खर्चे 3.64 करोड़ : अंगद सिंह

नवांशहर हलका नवांशहर में सरकारी स्कूलों में बुनियादी सहूलियतों के लिए 3.64 करोड़ रुपये खर्चे गए हैं। यह जानकारी हलका विधायक अंगद सिंह ने दी है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 05 May 2021 11:18 PM (IST) Updated:Wed, 05 May 2021 11:18 PM (IST)
स्कूलों में बुनियादी सुविधाओं के लिए खर्चे 3.64 करोड़ : अंगद सिंह
स्कूलों में बुनियादी सुविधाओं के लिए खर्चे 3.64 करोड़ : अंगद सिंह

जागरण संवाददाता, नवांशहर

हलका नवांशहर में सरकारी स्कूलों में बुनियादी सहूलियतों के लिए 3.64 करोड़ रुपये खर्चे गए हैं। यह जानकारी हलका विधायक अंगद सिंह ने दी है।

उन्होंने बताया कि हलके में 210 सरकारी स्कूल आते हैं। जिनका कायाकल्प मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिदर सिंह की रहनुमाई में शिक्षा विभाग द्वारा किया गया है। ये सभी सरकारी स्कूल स्मार्ट स्कूलों में तबदील हो चुके हैं। इसके तहत सरकार की तरफ से स्मार्ट क्लास रूमों के लिए 68 प्रोजेक्टर दिए गए हैं। 38 सरकारी स्कूलों में प्रति स्कूल 11000 रुपये के हिसाब के साथ 418000 खर्च करके एलईडी लगवाई गई है। सरकारी स्कूलों में 20,000 रुपये प्रति स्कूल के हिसाब के साथ कुल राशि पांच लाख रुपये खर्च कर 25 स्कूलों में शैक्षणिक पार्क बनाए गए हैं। इसके अलावा 31 नए स्कूलों में जरूरत अनुसार नए स्मार्ट क्लास रूम भी बनाए गए हैं।

उन्होंने बताया कि 134 सरकारी स्कूलों में प्री-प्राथमिक कक्षाओं की शुरुआत की गई है। इनमें से 133 स्कूलों को झूले, माडल क्लास रूम और फर्नीचर के लिए 15.96 लाख रुपये की राशि जारी की गई है।

उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिदर सिंह के नेतृत्व में सरकारी स्कूलों में पढ़ते 12वीं कक्षा के 18 स्कूलों के 1365 बच्चों को स्मार्ट फोन भी बांटे गए हैं। इसके अतिरिक्त दो सरकारी स्कूलों के 14 बच्चों को स्मार्ट टैब भी दिए गए हैं। इस प्रकार पंजाब सरकार द्वारा प्राथमिक स्तर के सरकारी स्कूलों को 1,51,21,635 रुपये और अप्पर प्राथमिक को 2,13,65,696 रुपये जारी किए गए हैं। इस प्रकार कुल 3,64,87331 रुपये खर्च किए जा चुके हैं।

इसके अलावा सरकारी स्कूलों के अध्यापकों के आनलाइन तबादला नीति के अंतर्गत बहुत से अध्यापकों को उनके मनपसंद स्टेशनों पर बदला गया है। सरकारी स्कूलों के बाहरी गेटों का सुंदरीकरण किया गया है। विद्यार्थियों को कोरोना काल के दौरान अध्यापकों की तरफ से बहुत ही लगन और मेहनत के साथ आनलाइन शिक्षा दी जा रही है। इन सभी काम के लिए सरकार के साथ-साथ इलाकों के मेहनती अध्यापक भी बधाई के पात्र हैं, जिन्होंने घर-घर तक पहुंच कर जिले में 6.40 प्रतिशत दाखिले में विस्तार किया है।

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