सहाबपुर से 12वां जत्था दिल्ली के लिए रवाना

नवांशहर गांव सहाबपुर के किसानों की 12वां जत्था ट्रैक्टर ट्राली लेकर दिल्ली की ट्रैक्टर परेड में शामिल होने के लिए रवाना हुआ। शहर में एक निजी कंपनी के स्टोर के आगे चल रहे किरती किसान यूनियन के धरने से इस जत्थे को जसबीर दीप व जोगा सिंह मेहंदीपुर ने रवाना किया।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 25 Jan 2021 11:09 PM (IST) Updated:Tue, 26 Jan 2021 06:29 AM (IST)
सहाबपुर से 12वां जत्था दिल्ली के लिए रवाना
सहाबपुर से 12वां जत्था दिल्ली के लिए रवाना

जागरण संवाददाता, नवांशहर

गांव सहाबपुर के किसानों की 12वां जत्था ट्रैक्टर ट्राली लेकर दिल्ली की ट्रैक्टर परेड में शामिल होने के लिए रवाना हुआ। शहर में एक निजी कंपनी के स्टोर के आगे चल रहे किरती किसान यूनियन के धरने से इस जत्थे को जसबीर दीप व जोगा सिंह मेहंदीपुर ने रवाना किया। उन्होंने कहा कि गांव सहाबपुर से बड़ी संख्या में लोग दिल्ली पहुंच चुके हैं। खेती कानूनों के खिलाफ लोगों में भारी गुस्सा है। केंद्र सरकार को यह कानून वापस लेने ही पड़ेंगे। इस जत्थे में दविदर सिंह, मंदीप सिंह, तरनदीप सिंह, राणा लंगड़ोआ, हरजोत सिंह, अर्शदीप सिंह आदि किसान शामिल हैं।

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भंगल कलां से जत्था दिल्ली के लिए रवाना

जागरण संवाददाता, नवांशहर

गांव भंगल कलां से किरती किसान यूनियन का जत्था 26 जनवरी की दिल्ली परेड में शामिल होने के लिए रवाना हुआ। इसे जसबीर दीप व सुरिदर मीरपुरी ने रवाना किया। इस बारे में नवांशहर में एक निजी कंपनी के स्टोर के आगे चल रहे किरती किसान यूनियन के धरने के सामने से जत्थे के जाते समय गुरतेज सिंह और दीपा भंगल ने कहा कि जत्था संघर्ष जीत कर ही लौटेगा।

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इफ्टू का जत्था दिल्ली रवाना

जागरण संवाददाता, नवांशहर

नवांशहर से इंडियन फेडरेशन आफ ट्रेड यूनियन•ा (इफटू) का जत्था सोमवार को दिल्ली ट्रैक्टर मार्च में शामिल होने के लिए रवाना हुआ। इस जत्थे को रवाना करते हुए दलजीत सिंह एडवोकेट ने कहा कि केंद्र सरकार के तीन खेती कानून जहां किसानों की बर्बादी करने वाले हैं, वहीं यह मजदूर वर्ग के लिए भी नुकसानदायक हैं। 26 जनवरी की दिल्ली ट्रैक्टर परेड में शामिल होने के लिए म•ादूर वर्ग भी बड़ी संख्या में दिल्ली की तरफ जा रहा है। खेती कानूनों के कारण केंद्र सरकार देश भर के लोगों का गुस्सा कमा रही है। इस अवसर पर मजदूर नेताओं प्रवीन कुमार निराला, हरे लाल व हरी राम ने कहा कि वह खेती कानून रद करवाकर ही वापस लौटेंगे।

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