कोरोना से मरे लोगों के शवों के संस्कार के लिए करना पड़ रहा इंतजार
कोरोना के कारण जहां हर रोज जिले में आठ से नौ लोगों की जान जा रही है।
संवाद सहयोगी, श्री मुक्तसर साहिब : कोरोना के कारण जहां हर रोज जिले में आठ से नौ लोग जान गवां रहे हैं वहीं कोरोना से मरे लोगों के शवों के संस्कार के लिए दो से तीन घंटे तक इंतजार करना पड़ रहा है। जिसके चलते सूरज ढलने के बाद भी कोरोना मरीजों के शवों का संस्कार करना पड़ रहा है। जबकि रीति रिवाज के मुताबिक सूरज ढलने के बाद संस्कार नहीं किया जाता है, लेकिन कोविड़ के मरीज के शव को रख नहीं सकते, उससे इनफेक्शन फैलने का डर बना रहता है। जिसके चलते शाम के बाद भी संस्कार किए जा रहे हैं। जलालाबाद रोड स्थित शिव धाम के प्रबंधक कृष्ण कुमार शम्मी तेरिया ने बताया कि कोविड के मरीजों का संस्कार भट्ठी में किया जाता है। उन्होंने बताया कि कुछ दिनों से कोविड से मरने वालों की संख्या में एकदम से बढ़ोतरी हो गई है। उन्होंने बताया कि पूरे जिले में एक ही भट्ठी होने के कारण संस्कार शिव धाम करने पड़ रहे हैं। इस तरह के तीन से चार शवों का संस्कार रोज करना पड़ रहा है। संस्कार के बाद तीन चार घंटे के बाद ही अस्थियां उठाई जा सकती हैं। जिसके बाद दोबारा वहां पर संस्कार हो सकता है। इसके लिए उनकी टीम एक और भट्ठी लगाने की योजना बना रही है। इसके अलावा शमशान घाट में सैनिटाइज करने की सुविधा भी प्रदान की गई है। लोगों को भी अपनी सुरक्षा के लिए सतर्क रहन की जरूरत है, जिससे इस महामारी से हर एक को बचाया जा सके।