इंतकाल करने के एवज में 25 हजार मांगने वाला पटवारी विजिलेंस ने दबोचा

68 कनाल जमीन का इंतकाल कर उसकी नकल देने के एवज में 25 हजार रुपये रिश्वत मांगने वाले गिद्दड़बाहा हलके के माल पटवारी पुशपिदर सिंह को पांच हजार रुपये रिश्वत लेते हुए विजिलेंस ब्यूरो बठिडा ने गिरफ्तार किया है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 17 Jun 2021 10:46 PM (IST) Updated:Thu, 17 Jun 2021 10:59 PM (IST)
इंतकाल करने के एवज में 25 हजार मांगने वाला पटवारी विजिलेंस ने दबोचा
इंतकाल करने के एवज में 25 हजार मांगने वाला पटवारी विजिलेंस ने दबोचा

संवाद सूत्र, गिद्दड़बाहा (श्री मुक्तसर साहिब ) : 68 कनाल जमीन का इंतकाल कर उसकी नकल देने के एवज में 25 हजार रुपये रिश्वत मांगने वाले गिद्दड़बाहा हलके के माल पटवारी पुशपिदर सिंह को पांच हजार रुपये रिश्वत लेते हुए विजिलेंस ब्यूरो बठिडा ने गिरफ्तार किया है। विजिलेंस ब्यूरो बठिडां रेंज के सीनियर कप्तान पुलिस डा. नरेंदर भार्गव ने बताया कि गुरचरण सिंह निवासी रुखाला तहसील गिद्दड़बाहा, श्री मुक्तसर साहिब ने शिकायत दी थी। उसने कहा था कि गांव कोटभाई क्षेत्र से संबंधित 68 कनाल जमीन उसके पिता बोघा सिंह के न पर है, उसका तबादला दर्शन सिंह निवासी बल्लूआणा तहसील अबोहर के साथ उसके गांव रुखाला में मौजूद 68 कनाल जमीन से किया था। उक्त रकबे का तबादला तीन माह पहले कर हमने जमीन का कब्जा ले लिया था। इसका इंतकाल करवाने के लिए कागजात पटवारी पुशपिदर सिंह को दिए थे। उक्त तबादले वाली जमीन का इंतकाल दर्ज करवाने व इंतकाल की नकल देने के बदले में पटवारी पुशपिदर सिंह ने 50 हजार रुपये की मांग की थी। बाद में 25 हजार में सहमत हुआ था। उसने मौके पर ही 19 हजार ले लिए थे। जब उसने कुछ दिन पहले पटवारी को उसके दफ्तर में मिलकर नकल देने को कहा तो उसने छह हजार बकाया की मांग की। बार बार कहने पर वह पांच हजार में माना। डा. नरेंदर भार्गव ने बताया कि सरकारी गवाह शविदर सिंह एडीओ कृषि विभाग मुक्तसर व जलौर सिंह सहायक इंजीनियर वाटर सप्लाई व सेनिटेशन विभाग मुक्तसर की मौजूदगी में संदीप सिंह डीएसपी विजिलेंस की टीम ने पांच हजार रुपये की रिश्वत समेत पटवारी पुशपिदर सिंह को काबू कर लिया था। उसके खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। बता दें कि इससे पहले भी 2018 में पुशपिदर सिंह पटवारी को जिला मुक्तसर में 30 हजार रुपये की रिश्वत लेते 29 मई 2018 को काबू किया गया था। इसका मामला सुनवाई अधीन है।

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