श्री मुक्तसर साहिब जिले को फिर मिला मंत्रीमंडल में प्रतिनिधित्व
यूं तो श्री मुक्तसर साहिब जिले से प्रकाश सिंह बादल पाच बार राज्य के मु्ख्यमंत्री रहे।
सुभाष चंद्र, श्री मुक्तसर साहिब
यूं तो श्री मुक्तसर साहिब जिले से प्रकाश सिंह बादल पाच बार राज्य के मुख्यमंत्री रह चुके हैं। इसके अलावा काग्रेस से हरचरण सिंह बराड़ भी मुख्यमंत्री बन चुके हैं। 2007 में गिद्दड़बाहा हलके से मनप्रीत सिंह बादल भी राज्य की अकाली-भाजपा सरकार में वित्तमंत्री रहे हैं। 2007 के बाद से अब श्री मुक्तसर जिले को मंत्री के रूप में एक बार फिर से मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के नेतृत्व वाली सरकार में प्रतिनिधित्व मिल गया है। गिद्दड़बाहा के विधानसभा हलका से विधायक अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग को चन्नी के मंत्रीमंडल में शामिल किया गया है। पूर्व उप मुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल और पूर्व वित्तमंत्री मनप्रीत सिंह बादल भी श्री मुक्तसर साहिब जिले से ही संबंधित हैं। दोनों गाव बादल के निवासी हैं।
राजा वड़िंग को मंत्री बनाए जाने पर न केवल गिद्दड़बाहा हलके में बल्कि उनके निवास स्थान श्री मुक्तसर साहिब में भी काग्रेसी वर्करों में खुशी पाई जा रही। बेशक राजा वड़िंग का मंत्री बनना तय है, लेकिन अधिकृत रूप में घोषणा न होने से वे अभी जश्न नहीं मना पा रहे हैं लेकिन राजा वड़िंग के समर्थकों की ओर से उनके मंत्री बनने को लेकर एक-दूसरे को बधाईया दी जा रही हैं। कई समर्थक चंडीगढ़ भी पहुंच चुके हैं।
गिद्दड़बाहा से दूसरी बार विधायक बने वड़िंग
43 वर्षीय अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग गिद्दड़बाहा हलके से दूसरी बार विधायक बने हैं। पहले 2012 में पीपीपी के प्रत्याशी मनप्रीत सिंह बादल को हराकर विधायक बने थे और उसके बाद 2017 के विधानसभा चुनाव में शिरोमणि अकाली दल के प्रत्याशी हरदीप सिंह डिंपी ढिल्लों को हराकर विधायक चुने गए हैं। राजा वड़िंग दूसरी बार विधायक चुने जाने के बाद से ही मंत्री पद की दौड़ में शामिल रहे हैं। उन्हें कैप्टन अमरिंदर सिंह के नेतृत्व वाली सरकार में भी मंत्री बनने की उम्मीद थी। लेकिन उनकी यह उम्मीद पूरी नहीं हुई थी। राजा वड़िंग ने पिछले 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान बठिंडा संसदीय क्षेत्र से प्रत्याशी के तौर पर अपनी शैक्षणिक योग्यता दसवीं दर्ज कराई थी। लेकिन अब उनका कहना है कि वह ग्रेजुएट हैं।