तंग घरों में जीवन बसर करने के लिए मजबूर गरीब
ग्रामीण और खेत मजदूर जत्थेबंदियों के सांझे मोर्चे की तरफ से 29 को रैली की जाएगी।
संवाद सूत्र, श्री मुक्तसर साहिब
ग्रामीण और खेत मजदूर जत्थेबंदियों के सांझे मोर्चे की तरफ से 29 अक्टूबर को मजदूर मांगों को लेकर मुख्यमंत्री चरनजीत सिंह चन्नी के शहर मोरिडा में की जा रही रैली की तैयारी संबंधी गांव थांदेवाला इकाई प्रधान निशा कौर के नेतृत्व में मजदूरों ने बैठक की गई।
बैठक में पंजाब खेत मजदूर यूनियन के जिला महासचिव तरसेम सिंह खुंडेहलाल ने कहा कि पंजाब की सात मजदूर जत्थेबंदियों के साझे मोर्चो के संघर्ष से 24 सितंबर को पंजाब के मुख्यमंत्री ने जरूरतमंदों के लिए पांच पांच मरले प्लाट अलाट करने संबंधी पंचायत विभाग के डायरेक्टर द्वारा चिट्ठियां भेजी गई थी लेकिन अभी तक अमल में नहीं लाया गया।
दूसरी तरफ गांव के चौधरियों ने गांवों की सांझी शामलात पंचायती स्थानों पर बड़े स्तर पर कब्जे किए हुए हैं। उन्होंने कहा कि सरकारी हुक्म होने के बावजूद गांवों के मजदूर तंग घरों में रहने के लिए मजबूर हैं। 29 अक्तूबर को मुख्यमंत्री के शहर मोरिडा में मजदूरों पर सिर चढ़े सभी सरकारी और गैर सरकारी कर्जे खत्म करने, खुदकुशी पीडि़तों को 10 लाख मुआवजा और नौकरी, बर्बाद नरमे का मजदूरों व किसानों को योग्य मुआवजा, आटा दाल योजना के काटे कार्ड बहाल करने आदि मांगों के लिए बड़ी संख्या मजदूर परिवारों समेत रैली में शामिल होंगे और अपनी रहती मांगों को मनवाएंगे।
इस मौके पर सूबा सिंह, मघ्घर सिंह, रुपिदर कौर, करमजीत कौर, परमजीत कौर आदि उपस्थित थे।