संगत ने श्री दरबार साहिब में टेका माथा
श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी का पहला प्रकाशपर्व श्रद्धा व उत्साह के साथ मनाया गया।
संवाद सूत्र, श्री मुक्तसर साहिब
श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी का पहला प्रकाशपर्व श्रद्धा व उत्साह के साथ मनाया गया। श्री दरबार साहिब में विशेष धार्मिक समागम का आयोजन किया गया। पहले प्रकाश पर्व के संबंध में श्री दरबार साहिब में अमृत समय नगर कीर्तन सजाए गए।
श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी की छत्रछाया व पांच प्यारों की अगुआई में सजाए गए इस नगर कीर्तन में बड़ी संख्या में संगत ने हाजिरी लगवाई। संगत ने पवित्र सरोवर की परिक्रमा करने के उपरांत नगर कीर्तन की श्री दरबार साहिब में समाप्ति हुई। नगर कीर्तन के दौरान संगत ने सतनाम वाहेगुरु का जाम किया व संगत के लिए जगह जगह में लंगर ठंडे पानी का भी प्रंबंध किया। नगर कीर्तन की समाप्ति पर श्री दरबार साहिब में श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी का प्रकाश किया गया। हेडग्रंथी भाई बलविदर सिंह द्वारा पवित्र हुक्मनामा श्रवण करवाया गया। गुरबानी का प्रचार चलता रहा। प्रकाश पर्व संबंधी गुरुद्वारा शहीद गंज साहिब में श्री अखंड पाठ साहिब जी के भोग डाले गए। गुरुद्वारा तंबू साहिब में धार्मिक दीवान सजाए गए।
इस मौके पर श्री दरबार साहिब के मैनेजर सुखदेव सिंह, हरपाल सिंह बेदी, अमनप्रीत सिंह मक्कड़, चन्न सिंह, मनिदर सिंह और संगत हाजिर थी। --------------- संगत को गुरु घर से जुड़ने के लिए किया प्रेरित
संवाद सूत्र, मलोट (श्री मुक्तसर साहिब)
गुरुद्वारा चरन कमल भोरा साहिब में श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी का पहला प्रकाश उत्सव के संबंध में धार्मिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। समागम की शुरुआत गांव दानेवाला की महिला संगत द्वारा सुखमनी साहिब जी के पाठ करके की गई। हजुरी रागी भाई गुरबीर सिंह मलेशिया वाले के जत्थे द्वारा बहुत ही मनमोही कीर्तन कर संगत को गुरु घर के साथ जुड़ने के लिए प्रेरित किया।
गुरुद्वारा साहिब के मुख्य सेवादार बाबा बलजीत सिंह ने संगत को पहले प्रकाश दिवस को संगत को बधाई देते हुए श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी के बताए रास्ते पर चलने के लिए प्रेरित किया। संगत के लिए गुरु का अट्ट लंगर जिसमें फल व लड़्डू भी वितरित किया गया।
इस मौके पर डा. शमिदर सिंह बराड़, सुरिदर सिंह बग्गा, जगजीत, चरनजीत कौर, जसवीर कौर, निर्मल सिंह, सुखप्रीत कौर, दविदर सिंह, बाबा निशान सिंह, बाबा बलजीत सिंह आदि संगत भी उपस्थित थे।