मुक्तसर में डेंगू का कहर, 328 पहुंचा मरीजों का आंकड़ा

जिले में डेंगू ने अपने पांव पसार लिए हैं।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 24 Sep 2021 04:27 PM (IST) Updated:Fri, 24 Sep 2021 04:27 PM (IST)
मुक्तसर में डेंगू का कहर, 328 पहुंचा मरीजों का आंकड़ा
मुक्तसर में डेंगू का कहर, 328 पहुंचा मरीजों का आंकड़ा

जागरण संवाददाता, श्री मुक्तसर साहिब

जिले में डेंगू ने अपने पांव पसार लिए हैं। यूं तो अब जिले के लगभग सभी इलाकों में डेंगू के केस आने लगे हैं, लेकिन सर्वाधिक प्रभावित क्षेत्र मलोट और गिद्दड़बाहा हैं। हालांकि स्वास्थ्य विभाग की 70 टीमें डेंगू की रोकथाम के लिए लोगों को जागरूक करने के अलावा डेंगू का लारवा ढूंढने और उसे नष्ट करने में लगी हुई हैं, लेकिन लोगों में जागरूकता के अभाव एवं लापरवाही के चलते केसों का आंकड़ा बढ़ता ही जा रहा है।

जिले में मलोट और गिद्दड़बाहा में सबसे ज्यादा केस आ रहे हैं। मलोट में डेंगू मरीजों की संख्या 170 पर पहुंच गई है जबकि गिद्दड़बाहा में यह संख्या 124 है। गिद्दड़बाहा में तो मई में ही केस आने शुरू हो गए थे जबकि मलोट में यह सिलसिला जून से शुरू हुआ था। सितंबर में मरीजों की संख्या एक दम से तेजी से बढ़ने लगी है। इस माह में मलोट में 135 मरीज अब तक आ चुके हैं। इसी तरह गिद्दड़बाहा में इसी माह 68 केस हो चुके हैं। मुक्तसर शहर में अब तक 9 डेंगू केस हो चुके हैं। आठ केस सितबर में तो एक केस अगस्त में पाजिटिव पाया गया था। इसके अलावा चक्क शेरेवाला ब्लाक में एक, दोदा ब्लाक में 10, लंबी ब्लाक में 10 व आलमवाला ब्लाक में चार केस आ चुके हैं। इस तरह जिले भर में वीरवार की शाम तक डेंगू मरीजों की संख्या 328 पर पहुंच गई है।

हालांकि डेंगू का पीक मौसम अक्टूबर माना जाता है लेकिन सितंबर में ही एक दम से इतने केस बढ़ जाने से स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन भी चितित हो उठा है। तेजी से बढ़ रहे केसों को लेकर एडीसी राजबीर कौर ने तो बीते दिनों स्वास्थ्य विभाग सहित अन्य संबंधित विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक भी की जिसमें डेंगू की रोकथाम के लिए कड़े कदम उठाने पर जोर दिया गया। बेशक स्वास्थ्य विभाग की तरफ से जिले भर के सभी अस्पतालों में मरीजों के लिए अलग से डेंगू वार्ड स्थापित किए हुए हैं। जिनमें चार-चार बेड स्थापित किए गए हैं। लेकिन इसके बावजूद मरीज या तो निजी अस्पतालों में ही दाखिल हो रहे हैं, या फिर अपने घरों पर ही दवा ले रहे हैं। मुक्तसर और मलोट के डेंगू वार्डों में तो एक भी मरीज दाखिल नहीं हैं। इन वार्डों पर ताले लटक रहे हैं। इनसेट

डेंगू की रोकथाम के लिए किए जा रहे प्रयास : डा. रंजू सिगला सिविल सर्जन डा. रंजू सिगला ने कहा कि डेंगू की रोकथाम के लिए हर तरह के प्रयास किए जा रहे हैं। लोगों को घर-घर जाकर जागरूक किया जा रहा हैं और जागरूकता पंफलेट भी बांटे जा रहे हैं वहीं घरों में डेंगू लारवा की चेकिग भी की जा रही है। इनसेट

हर रोज की जा रही है 200 घरों की जांच : डा. सीमा गोयल

जिला एपीडीमीलोजिस्ट डा. सीमा गोयल ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की टीमों की ओर से हर रोज 200 घरों की चेकिग की जाती है। डेंगू का लारवा मिलने पर लोगों के चालान भी काटे जा रहे हैं। लेकिन इस मामले में लोगों को जागरूक होना होगा। अपने घरों में कहीं भी पानी नहीं जमा होने देना है। घरों के बाहर पशुओं और पक्षियों के लिए रखे बरतनों का पानी भी हर रोज बदलते रहना है। इनसेट

सहयोग के बिना रोकथाम संभव नहीं : एडीसी राजदीप कौर

एडीसी राजदीप कौर ने बताया कि जिले में स्वास्थ्य विभाग की 70 टीमें लोगों को जागरूक करने और डेंगू का लारवा ढूंढने व उन्हें नष्ट करने में लगी हुई हैं। नगर कौंसिलों की तरफ से प्रत्येक मंगलवार और शुक्रवार को फागिग की जा रही है। लेकिन इन तमाम प्रयासों के बावजूद इसकी रोकथाम लोगों के सहयोग के बिना संभव नहीं है। लोगों को अपने घरों में कूलरों, बरतनों, फ्रिज ट्रे आदि जहां भी पानी जमा होता है उसे साफ रखना होगा।

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