चीरा रहित नसबंदी का विशेष कैंप चार तक

सिविल सर्जन डा. रंजू सिगला के नेतृत्व तथा डा. जिला परिवार भलाई विभाग की बैठक हुई।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 29 Nov 2021 03:11 PM (IST) Updated:Mon, 29 Nov 2021 03:11 PM (IST)
चीरा रहित नसबंदी का विशेष कैंप चार तक
चीरा रहित नसबंदी का विशेष कैंप चार तक

संवाद सूत्र, श्री मुक्तसर साहिब

सिविल सर्जन डा. रंजू सिगला के नेतृत्व तथा डा. जिला परिवार भलाई अधिकारी डा. किरनदीप कौर की देख रेख में जिले में चीरा रहित नसबंदी पखवाड़ा मनाया जा रहा हैे। इस संबंधी सिविल सर्जन की अध्यक्षता में जिले के समूह ब्लाक एक्सटेंशन एजूकेटर की बैठक की गई।

उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार की तरफ से सेहत व परिवार भलाई विभाग के अधीन परिवार नियोजन की सहूलियतें सरकारी सेहत केंद्रों पर मुफ्त उपलब्ध करवाने के अलावा आशा वर्करों के द्वारा लोगों के घरों तक पहुंचाने के भी यत्न किए जा रहे हैं। सेहत अमले की तरफ से लोगों को बढ़ रही आबादी के बुरे प्रभावों संबंधी जागरूक किया जा रहा है और परिवार नियोजन की सेवाओं को हासिल करने के लिए आम लोगों को प्रेरित किया जा रहा है।

डा. किरनदीप कौर ने बताया कि सेहत विभाग की तरफ से 21 से 27 नवंबर तक सेहत विभाग का समूह स्टाफ द्वारा योग्य जोड़ों को प्रेरित किया गया है। 28 नवंबर से चार दिसंबर तक चीरा रहित नसबंदी के स्पेशल कैंप लगाए जाएंगे। चीरा रहित नसबंदी के विशेष कैंप सिविल अस्पताल मुक्तसर, मलोट, गिद्दड़बाहा, सीएचसी आलमवाला, सीएचसी दोदा तथा सीएचसी बरीवाला में चार दिसंबर तक लगाए जाएंगे। डा. पवन मित्तल ने चीरा रहित नसबंदी के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि चीरा रहित नसबंदी का आपरेशन बहुत आसान और मामूली है। इस में कोई भी टांका नहीं लगाया जाता है। जिला मास मीडिया ने परिवार नियोजन के साधन अंतरा टीका और छाया गर्भ निरोधक गोलियों बारे भी जानकारी दी। अंतरा टीका गर्भ निरोधक का बढि़या साधन है, एक अंतरा टीका लगवाने पर तीन महीने गर्भ धारण की चिता खत्म हो जाती है और तीन महीने बाद यह टीका दोबारा लगाना पड़ता है। उन्होंने अपील की कि वह परिवार नियोजन के तरीकों संबंधी अपने परिवार के सदस्यो, दोस्तों, रिश्तेदारों और खास कर नए विवाहित जोड़ों को दो बच्चों में कम से कम तीन साल का अंतर रखने के लिए जरूर जागरूक करें।

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