बारिश ने किसानों की आंखें की नम
किसान रो रहा है। ऐसे हालात हैं खरीद केंद्र मंडी किलियांवाली के।
संवाद सहयोगी (मंडी किलियांवाली)
किसान रो रहा है। ऐसे हालात हैं खरीद केंद्र मंडी किलियांवाली में। शनिवार रात को बारिश के बाद स्थिति इतनी बदतर हो गई कि किसान की आंखों में आंसू आ गए। जिला श्री मुक्तसर साहिब की मार्केट कमेटी मलोट के तहत आने वाले खरीद केंद्र मंडी किलियांवाली में गांव किलियांवाली का 70 वर्षीय किसान गुरमीत सिंह हाथ से पानी निकालते हुए नजर आया।
मंडी किलियांवाली खरीद केंद्र धान से भरा हुआ नजर आ रहा है। यहां पांव रखने को जगह नहीं है। रात को आई बरसात से धान पूरी तरह से भीग चुका है। गांव किलियांवाली का किसान सुखदीप सिंह ढेरी के पास मौजूद है। उसका कहना है कि आठ दिन हो गए फसल नहीं बिकी। कुछ आगे चलते हैं तो एक मजदूर धान से पानी निकालने में व्यस्त है। 70 वर्षीय किसान गुरमीत सिंह हाथों से पानी निकाल रहा है। उसका कहना है कि इतने बुरे हालत की कल्पना तक नहीं की थी। फसल ढकने के लिए आढ़ती के पास तिरपाल की व्यवस्था नहीं है। निकासी की व्यवस्था मार्केट कमेटी ने नहीं की। फसल बर्बाद होने का जिम्मेवार कौन है।
खरीद केंद्र कार्यालय के समीप गांव मैहणा का किसान जोगिद्र सिंह खड़ा है। उसका कहना है कि 10वां दिन हो गया, आज तक खरीद नहीं हुई। आज खरीद नहीं हुई तो वह फसल उठाकर घर ले जाएगा। इनसेट
मंडी किलियांवाली खरीद में अगर 17 प्रतिशत नमी वाली धान नहीं खरीदी जा रही है, तो यह गंभीर मामला है। मैं खरीद एजेंसी मार्कफेड तथा पनसप के खिलाफ कार्रवाई करूंगा। खरीद से पहले ही प्रबंध पूरे होने चाहिए थे। किसानों की समस्याओं का समाधान किया जाएगा।
-हरप्रीत सिंह सूदन, डीसी