कैंडल मार्च कर भेंट की मृत किसानों को श्रद्धांजलि
उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में मारे गए किसानों को श्श्श्रद्धांजलि देने के लिए कैडडल मार्च निकाला गया।
जागरण संवाददाता, श्री मुक्तसर साहिब
उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में मारे गए किसानों और पत्रकार को श्रद्धांजलि भेंट करने के लिए मंगलवार की रात को शहर के लेखकों, बुद्धिजीवियों एवं अन्य वर्गों के लोगों की ओर से कैंडल मार्च निकाला गया। गुरु गोबिद सिंह पार्क में इकट्ठा होने के बाद सभी लोग कोटकपूरा चौक तक पहुंचे। केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की गई। वक्ताओं ने किसानों और पत्रकार को मारने की कार्रवाई को तानाशाही करार दिया गया। इस मौके पर मौजूद पंजाबी के प्रसिद्ध चितक डा. परमजीत सिंह धींगड़ा, तरकशील नेता राम स्वर्ण सिंह लक्खेवाली, लेखकर गुरसेवक सिंह प्रीत व गुरजीत एमी, अध्यापक लखवीर सिंह हरिके, रणजीत सिंह थांदेवाला, प्रो. लखवीर सिंह, रंगकर्मी तेजिदर सिंह, मजदूर नेता एडवोकेट दविदर सिंह, कामरेड खरैती लाल, तरसेम चंद, प्रो. कुलवंत सिंह बराड़, जगमीत सिंह जग्गा आदि ने किसान आंदोलन की हिमायत करते हुए कहा कि जन संघर्ष को तानाशाही के साथ दबाने की कोशिश को किसी भी हालत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
कृषि कानूनों के रद्द होने तक यह संघर्ष इसी तरह से जारी रहेगा। उन्होंने किसानों के कातिलों के खिलाफ सख्त कार्रवाई तथा सजा की मांग की।