अस्पतालों में मुफ्त होता है टीबी का इलाज

सिविल सर्जन डा. रंजू सिगला ने सिविल अस्पताल में एक कार्यक्रम के दौपान बताया कि टीबी का इलाज अस्पतालों में मुफ्त किया जाता है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 19 Sep 2021 04:07 PM (IST) Updated:Sun, 19 Sep 2021 04:07 PM (IST)
अस्पतालों में मुफ्त होता है टीबी का इलाज
अस्पतालों में मुफ्त होता है टीबी का इलाज

संवाद सूत्र, श्री मुक्तसर साहिब

सिविल सर्जन डा. रंजू सिगला ने सिविल अस्पताल में एक कार्यक्रम के दौरान बताया कि एनटीइपी प्रोग्राम अधीन टीबी को 2025 तक खत्म करने के लक्ष्य के अधीन जिले में एक नवंबर तक घर-घर जा कर टीबी के संदिग्ध मामलों को ढूंढने व लोगों को जागरूक करने के लिए एक्टिव केस फाइडिग एक्टिवीटी शुरू की गई है। फील्ड में जाने से पहले समूह मल्टीपर्पज हेल्थ वर्कर मेल, फीमेल व आशा वर्करों को सर्वे संबंधी ट्रेनिग/जानकारी दी गई है।

सर्जन सिगला ने बताया कि एनटीइपी के अधीन सेहत विभाग की तरफ से टीबी की बीमारी का इलाज मुफ्त किया जाता है। उन्होंने बताया कि इस मुहिम के दौरान हेल्थ वर्कर और आशा वर्कर घर घर जा कर विजट कर रहे हैं व टीबी के संदिग्ध मरीज जैसे कि दो हफ्ते से अधिक खांसी, वजन कम होना, भूख न लगना, शाम के समय पर बु़खार रहना, लंबी सांस लेने पर छाती में दर्द, बलगम में रक्त का आना, लंबे समय से पेट में दर्द आदि की पहचान कर संदिग्ध मरीजों को सरकारी सेहत संस्थाओं से टेस्ट करवाने के लिए भेज रहे हैं।

डा. गुरमीत कौर भंडारी व डा. सुनील अरोड़ा ने बताया कि यह मुहिम सभी जिलों में चलाई गई है। सिविल अस्पताल में सीबी नेट मशीन से टेस्ट किए जाएंगे जो कि बहुत ही एडवांस तकनीक है। इससेबहुत ही प्राथमिक स्टेज में ही बलगम की जांच कर टीबी का पता लगाया जा सकता है। इस मशीन से टीबी की मुख्य दवा रिफामाईसीन की रजिस्टेंस का भी पता लगाया जा सकता है। उन्होंने बताया कि मरीजों को 500 रुपये प्रति महीना बढि़या खुराक के लिए मरीज के खातो में जमा करवाए जाते हैं।

सुखमंदर सिंह ने बताया कि एनटीइपी अधीन टीबी के प्राथमिक हालात के मरीज की पहचान कर उनको टीबी का मुफ्त इलाज कर उनको अच्छी सेहत दी जा रही है। इस मौके पर विनोद खुराना व भुपिदर सिंह भी उपस्थित थे।

chat bot
आपका साथी