कोरोना की तीसरी लहर से बचने के लिए दोनों डोज जरूरी
कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रान के संभावी खतरे को लेकर लोगों को सचेत किया जा रहा है।
संवाद सूत्र, श्री मुक्तसर साहिब
कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रान के संभावी खतरे को लेकर सिविल सर्जन डा. रंजू सिगला ने लोगों को सचेत रहने की अपील की है। इस सिविल सर्जन ने कहा कि करोना वायरस तेजी के साथ अपना रूप बदल रहा है। विश्व सेहत संस्था के मुताबिक अब इसके अपने नए रूप ओमिक्रान में स्पाइक प्रोटीन वाले हिस्से में बहुत ज्यादा म्यूटेशन हुआ है। इस वायरस के कई मामले दुनिया के कई देशों में सामने आए हैं। कोविड 19 का यह रूप अधिक तेजी के साथ फैलता है।
इसमें कुछ महामारी की गंभीरता और संभावित प्रभाव को लेकर चिता पैदा करते हैं, इस लिए हमें अब ओमिक्रान के खतरे को लेकर चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार रहना चाहिए। उन्होंने लोगों से अपील करते कहा कि कोरोना के प्रति प्रयोग की जाने वाली सावधानियां जैसे कि बार बार हाथ धोना, मास्क पहनना, सामाजिक दूरी बना कर रखना, खांसते या छींकते समय मुंह और नाक अच्छी तरा ढक कर रखना आदि का पालन करने के साथ-साथ हमें 100 प्रतिशत सैंपलिग और टीकाकरण करवानी चाहिए तो ही हम कोरोना के नए वैरिएंट से बचाव कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि यदि किसी व्यक्ति को बुखार, खांसी थकावट, सांस लेने में तकलीफ, जीव मचलना जा उलटी आना, शरीर दर्द जैसे लक्षण आने पर वह नजदीक की सेहत संस्था से अपना कोविड 19 टेस्ट जरूर करवाएं। उन्होंने जिले के समूह प्रोग्राम अफसरों, सीनियर मेडिकल अफसरों को ही हिदायत की है कि वह रैपिड रसपांस टीमें की तरफ से किए जा रहे कामों को रिव्यू करने और कोरोना पाजिटिव आने वाले मामलों में कंटैकट ट्रेसिग पहल के आधार पर करते हुए सैंपलिग करवाने और जिले में 100 प्रतिशत कोरोना टीकाकरण करने में तेजी लाए।
इस मौके पर डा. सुनील बांसल, डा. प्रभजीत सिंह, डा किरनदीप कौर व सुखमंदर सिंह उपस्थित थे।