लू से बचने के लिए तरल प्रदार्थ का सेवन जरूरी

सिविल सर्जन डा.रंजू सिगला ने लू से बचने के लिए दिशा निर्देश जारी किए।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 23 Jun 2021 03:44 PM (IST) Updated:Wed, 23 Jun 2021 03:44 PM (IST)
लू से बचने के लिए तरल प्रदार्थ का सेवन जरूरी
लू से बचने के लिए तरल प्रदार्थ का सेवन जरूरी

संवाद सहयोगी, श्री मुक्तसर साहिब

सिविल सर्जन डा.रंजू सिगला ने लू से बचने के लिए दिशा निर्देश जारी किए हैं। डा. सिगला ने बताया कि गर्म हवाएं प्यास बढ़ाने के साथ-साथ हमारे शरीर खास करके आंखों तथा चमड़ी को पूरी तरह से झुलसा देती है। ज्यादा गर्मी होने पर हमारा शरीर पसीने के रुप में गर्मी बाहर निकालता है तथा तापमान को नियंत्रित रखता है, जिससे की शरीर में पानी की कमी हो जाती है।

एक निश्चित सीमा के बाद हमारे शरीर का यह सिस्टम कार्य करना बंद कर देता है तथा शरीर बाहर के तापमान के समान गर्म हो जाता है जिसको लू लगना कहते हैं या फिर हीट स्ट्रोक कहते हैं। आम तौर पर लोग इसको हलके में लेते है तथा लू लग ही नहीं सकती। बच्चों से लेकर बड़ों तक मोटापे से पीड़ित लोग, दिल के मरीज, शारीरिक रुप से कमजोर लोग तथा कुछ विशेष दवाइयां, जिनका शरीर की रसायन या रक्त की नाडि़यों पर असर पड़ता है को खाने वाले लोगों को गर्मी के सबसे ज्यादा खतरा होता है। मजदूर वर्ग, दिहाड़ीदार तथा बेघर होकर सड़कों तथा रेलवे स्टेशन पर रहने वाले लोग इसका ज्यादातर शिकार होते हैं।

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गर्मी तथा लू लगने के लक्षण

आंखों के सामने अंधेरा छा जाना, चक्कर खाकर गिर जाना, बेचैनी तथा घबराहट, हलका या तेज बुखार, जरुरत से ज्यादा प्यास लगना, सिर में तेज दर्द होना, कमजोरी महसूस होना। लू लगने से मरीज को पसीना अधिक आता है। इसके अलावा शरीर का तापमान भी स्थिर रहता है। इनसेट

लू लगने पर क्या करें

गर्मी व लू से बचने के लिए ज्यादा मात्रा में पानी पिया जाए। सूती तथा आरामदायिक कपड़े कपड़े पहने जाए सिर का ढककर रखा जाए। तरल पदार्थ जैसी लस्सी, आरएस के घोल का अधिक से अधिक सेवन किया जाए, दोपहर के समय घर से बाहर जरुरत पड़ने पर ही निकला जाए। खाली पेट घर से बाहर न निकले, ज्यादा मिर्च तथा मसालेदार भोजन से परहेज करें, कूलर या ऐसी वाले कमरे में बैठने के बाद एक दम धूप में न निकलें।

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