हल्की जमीन में न करें धान की सीधी बिजाई

मुख्य खेतीबाड़ी अधिकारी डा. सुरिदर सिंह के आदेशानुसार धान की सीधी बिजाई के बारे में जानकारी दी गई।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 21 Jun 2021 03:32 PM (IST) Updated:Mon, 21 Jun 2021 03:32 PM (IST)
हल्की जमीन में न करें धान की सीधी बिजाई
हल्की जमीन में न करें धान की सीधी बिजाई

संवाद सहयोगी, श्री मुक्तसर साहिब

मुख्य खेतीबाड़ी अधिकारी डा. सुरिदर सिंह के आदेशानुसार सहायक पौधा सुरक्षा अधिकारी डा. कुलदीप सिंह जौड़ा की अगुआई में खेतीबाड़ी विभाग की तरफ से गांव चक मदरसा में किसान हरजिदर सिंह के खेत में बासमती की सीधी बिजाई अपनी देखरेख अधीन करवाई गई, जिसमें गांव के किसानों ने भाग लिया।

डा. सुखजिदर सिंह ने बताया कि धान तथा बासमती की सीधी बिजाई भारी जमीन में की जाए तथा हल्की जमीन में बिजाई करने से गुरेज किया जाए, क्योंकि हलकी जमीनों में बिजाई करने के उपरांत लोहे की कमी आती है तथा नदीनों की समस्याओं में ज्यादा पाई जाती है।

उन्होंने किसानों को अपील की कि 30 जून तक कम समय में पकड़ वाली किस्मों जैसे कि पीआर 126, पंजाब बासमती सात, पूसा बासमती 1718, 1121 तथा 1509 की काश्त की जा सकती है। इस तकनीक से की हुई बिजाई से एक तो लेबर की बचत होती है, धरती के निचला पानी रीचार्ज होता है, फसलों को बीमारियां कम लगती है। आने वाली फसल की सार संभाल के लिए गेहूं की बिजाई के लिए ज्यादा समय मिल जाता है।

ब्लाक अधिकारी कुलदीप सिंह जोडा ने बताया कि धान तथा बासमती की सीधी बिजाई के लिए गांव स्तर पर किसान सिखलाई कैंप लगाकर तथा नुक्कड़ बैठक करके किसानों को इस तकनीक को अपनाने के लिए अधिक से अधिक प्रेरित किया जा सकता है जो हमारे कुदरती समय पानी तथा वातावरण की संभाल हो सके। उन्होंने कहा कि इस विधी द्वारा बिजाई करने के लिए किसानों को बिजाई वाली ड्रिल विभाग द्वारा मुहैया करवाया जा रहा है, ताकि जो किसानों को बिजाई करने के लिए किसी किस्म की समस्या का सामना न करना पड़े।

इस अवसर पर सतिदर कुमार एएसआई स्वर्णजीत सिंह एटीएम के अलावा गांव के किसान उपस्थित थे।

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