62.6 प्रतिशत नेत्रहीनता का कारण मोतियाबिद

पंजाब सरकार द्वारा स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से चलाए जा रहे मुख्यमंत्री मोतिया मुक्त अभियान 31 तक चलेगा।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 03 Dec 2021 03:13 PM (IST) Updated:Fri, 03 Dec 2021 03:13 PM (IST)
62.6 प्रतिशत नेत्रहीनता का कारण मोतियाबिद
62.6 प्रतिशत नेत्रहीनता का कारण मोतियाबिद

संवाद सूत्र, श्री मुक्तसर साहिब

पंजाब सरकार द्वारा स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से चलाए जा रहे मुख्यमंत्री पंजाब मोतिया मुक्त अभियान के तहत लोगों को जागरूक करने के लिए प्रचार प्रसार वैन विभिन्न गांवों का दौरा कर रही है ताकि मोतियाबिद से पीड़ित लोगों तक यह सुविधा पहुंचाई जा सके।

सीएचसी चक्क शेरेवाला के मेडिकल अफसर डा. जतिदर पाल सिंह ने बताया कि वैन लोगों को इस अभियान के प्रति जागरूक करेगी। तीन दिनों में इस वैन द्वारा गोनियाना, महाबद्धर, चिबड़ांवाली, चक्क शेरेवाला, गंधड़, वड़िग, हराज, हरीके कलां, खोखर, सराऐनागा, बरीवाला, बाजा मराड़, मराड़ कलां, चक्क गान्धा सिंह वाला और झबेलवाली गांवों का दौरा किया जाएगा।

उन्होंने बताया कि मोतियाबिद भारत में नेत्रहीनता के मुख्य कारणों में से एक है। एक रिपोर्ट के अनुसार देश में 90 लाख से लेकर एक करोड़ बीस लाख लोग दोनों आंखों से नेत्रहीन हैं और हर साल मोतियाबिद के 20 लाख नए मामले सामने आते हैं। हमारे देश में 62.6 प्रतिशत नेत्रहीनता का कारण मोतियाबिद है। सामान्य आंखों में, प्रकाश पारदर्शी लेंस से रेटिना को जाता है। जहां यह नर्व सिग्नल्स में बदलकर मस्तिष्क की ओर भेजे जाते हैं। जब लाइट लेंसों से स्पष्ट रूप से नहीं गुजरती तो इमेज धुंधली हो जाती है और इसी कारण दृष्टि के बाधित होने को मोतियाबिद या सफेद मोतिया कहते हैं। डायबिटीज, अत्यधिक मात्रा में शराब का सेवन, सूर्य के प्रकाश का अत्यधिक एक्सपोजर, मोतियाबिद का पारिवारिक इतिहास, उच्च रक्तचाप, आंखों में चोट लगना या सूजन, पहले हुई आंखों की सर्जरी और धुम्रपान आदि मोतियाबिद होने के कुछ मुख्य कारण हैं।

मोतियाबिद पीड़ित लोगों में धुंधलापन, बुजुर्गों में निकट दृष्टि दोष में निरंतर बढ़ोतरी, रंगों को देखने में परेशानी, डबल वि•ान व चश्मे के नंबर में अचानक बदलाव आना आदि लक्षण पाए जाते हैं। इस से बचाव के लिए जरूरी है कि हम नियमित रूप से आंखों की जांच कराएं, धूप में सनग्लासेस लगाएं, डायबिटीज या अन्य बीमारियां जिनसे मोतियाबिद का खतरा बढ़ जाता है उनका उचित उपचार कराएं, अपना वजन सामान्य बनाएं रखें, फलों और सब्जियों को अपने भोजन में शामिल करें और धुम्रपान व शराब का सेवन न करें। बीइइ मनबीर सिंह ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की ओर से 31 दिसंबर तक मुख्यमंत्री पंजाब मोतिया मुक्त अभियान के तहत तहसील स्तर पर कैंप लगाए जा रहे हैं जहां सफेद मोतियाबिद से पीड़ित व्यक्तियों के आपरेशन मुफ्त किए जाएंगे।

इस मौके पर अमरजीत सिंह, करमजीत सिंह, जसजीत कौर, परमजीत सिंह, मनजीत सिंह, गुरमेज सिंह, हरपाल सिंह, गगनदीप सिंह, सुनीता, राम पाल, गुरमेल कौर, गुरतेज सिंह व चरणजीत सिंह आदि मौजूद थे।

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वेद प्रकाश

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