मुक्तसर में 41 एमएम बारिश
बारिश के कारण लोगों को गर्मी से काफी राहत मिली।
संवाद सहयोगी, श्री मुक्तसर साहिब
बारिश के कारण लोगों को गर्मी से काफी राहत मिली। बीते कई दिनों से पड़ रही भीषण गर्मी तथा उमस के कारण लोगों का काफी बुरा हाल था। बारिश के कारण जहां पहले तापमान 41 डिग्री था वह रविवार को 37 डिग्री रह गया। जहां बारिश से लोगों को राहत मिली वहीं शहरवासियों को सड़कों पर पानी भर जाने के कारण काफी समस्याओं का सामना करना पड़ा।
बारिश के कारण शहर के निचले हिस्सों में पानी भर गया। गांधी चौक, मंडी, शेर सिंह चौक, बाग वाली गली, मलोट रोड की गलियों आदि में पानी भर गया। मुक्तसर में 41 एमए, मलोट में तीन एमएम, लंबी में 13.6 एमएम, गिद्दड़बाहा में 18 एमएम, टोटल 75.6 एमएम तथा एवरेज 18.9 एमएम बारिश हुई।
खेतीबाड़ी विभाग के डा. सुरेंद्र सिंह ने बताया कि बारिश फसलों के लिए बहुत ही लाभदायक है। बारिश के कारण गोनियाना रोड पर लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा क्योंकि गोनियाना रोड पर वाटर वर्क्स की पाइप लाईन डाली जा रही है। जिससे की सड़क के एक और गड्ढा खोदा हुआ है तथा मिट्टी सड़क पर ही पड़ी होने के कारण वहां पर फिसलन बड़ गई। वहीं गड्ढे में पानी भरने के कारण पाइप लाइन डालने का काम भी प्रभावित हुआ। -------------------- सफाई कर्मियों की मांगों का समर्थन
संवाद सूत्र, श्री मुक्तसर साहिब
करीब माह से पूरे पंजाब में सफाई कर्मचारियों ने अपनी मांगों की पूर्ति के लिए हड़ताल की हुई है। सभी शहरों में सफाई का बुरा हाल है। जगह-जगह पर कूड़े और गंदगी के ढेर लगे हुए हैं, जिनके पास से गुजरना बेहद मुश्किल है। सफाई कर्मचारी यूनियन के प्रतिनिधियों की सरकार से बातचीत भी हुई परंतु सरकार के अडि़यल और विरोधी रवैये के कारण ठोस समाधान नहीं निकल सका।
राज्य की विभिन्न समाजिक और धार्मिक संस्थाओं ने सफाई कर्मचारियों की मांगों का समर्थन किया है। सरकार को अपील भी की गई है परंतु कोई असर नहीं हुआ। बारिश शुरू हो चुकी है जिस कारण पंजाब में इन कूड़े के ढेरों कारण महामारी फैलने का स्पष्ट खतरा बना हुआ है।
लार्ड बुद्धा चेरिटेबल ट्रस्ट के चेयरमैन जगदीश राय ढोसीवाल ने सफाई कर्मियों की मांगों का समर्थन करते हुए इनके तुरंत समाधान की मांग की है। ढोसीवाल ने पंजाब सरकार द्वारा सफाई कर्मचारियों की मांगों की अनदेखी करने की नीति की पुरजोर शब्दों में निदा की है। उन्होंने कहा है कि सरकार की यह नीति पंजाब में महामारी फैला कर छोड़ेगी। अगर महामारी फैल जाती है तो इसकी सीधी जिम्मेदारी पंजाब की मौजूदा सरकार की होगी।