नगर कौंसिल की बैठक में हंगामा, चार कांग्रेस व आठ शिअद पार्षदों का वाकआउट

वर्चुअल मीटिग के बाद शुक्रवार को पहली बार हुई नगर ककौंसिल की बैठक हंगामे की भेंट चढ़ गई।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 24 Sep 2021 05:33 PM (IST) Updated:Fri, 24 Sep 2021 05:33 PM (IST)
नगर कौंसिल की बैठक में हंगामा, चार कांग्रेस व आठ शिअद पार्षदों का वाकआउट
नगर कौंसिल की बैठक में हंगामा, चार कांग्रेस व आठ शिअद पार्षदों का वाकआउट

जागरण संवाददाता, श्री मुक्तसर साहिब

वर्चुअल मीटिग के बाद शुक्रवार को पहली बार हुई नगर कौंसिल के जनरल हाउस की बैठक में जमकर हंगामा हुआ। कांग्रेस शासित नगर कौंसिल में जहां शिरोमणि अकाली दल के पार्षदों ने विकास कार्यों में भेदभाव करने के आरोप लगाए, वहीं पर सत्ताधारी हाउस के तीन कांग्रेस पार्षदों ने भी कौंसिल प्रधान कृष्ण कुमार शम्मी तेरिया को आड़े हाथ लिया। इन कांग्रेसी पार्षदो ने भी अपने प्रधान पर भेदभाव करने के आरोप लगाए। इस दौरान चार कांग्रेसी पार्षदों के अलावा शिअद के आठ पार्षद बैठक से वाकआउट कर गए।

प्रधान शम्मी तेरिया की अध्यक्षता में हुई बैठक के दौरान 31 सदस्यीय हाउस में 30 पार्षद शामिल हुए। जिनमे से 12 पार्षद वाकआउट कर गए। जनरल हाउस की बैठक के बाद स्पेशल हाउस की बैठक भी हुई। दोनों बैठकों के कोरम पूरा होने के चलते कौंसिल प्रधान के लिए नई इनोवा गाड़ी खरीदने सहित अन्य सभी प्रस्तावों को सर्वसम्मति के साथ पारित कर दिया गया। केवल बाइपास पर इंटरलाक टाइलें लगाने और शिवधाम की चारदिवारी करने के प्रस्तावों को ही पेंडिग रखा गया है।

बैठक में कांग्रेस पार्षद गुरिदर सिंह कोकी बावा ने कौंसिल प्रधान को घेरते हुए कहा कि हाल ही में 12 करोड़ रूपये के विकास कार्यों के टेंडर लगाए गए हैं लेकिन इसमें उनके वार्ड को नजरंदाज किया गया है। अगर उनके साथ इसी तरह ही भेदभाव किया जाना है तो वे किसलिए हाउस की बैठकों में आएंगे। इसके बाद कांग्रेसी पार्षद तेजिदर सिंह जिम्मी बराड़ खड़े हो गए। उन्होंन कहा कि उसके समेत 16 कांग्रेस पार्षदों ने आपको प्रधान बनाया है लेकिन फिर भी भेदभाव किया जा रहा है। नगर कौंसिल की हाउस की बैठक का एजेंडा बनाते समय उन्हें नहीं पूछा जाता। इसी तरह टेंडर लगाते समय भी उनकी कोई राय नहीं ली जाती। उनके वार्डों में स्ट्रीट लाइटें लगाने से कर्मचारियों को रोका जाता है। इस तरह से उनका इन बैठकों में आने का क्या फायदा। कांग्रेस पार्षद यादविदर सिंह यादू ने भी प्रधान पर भेदभाव के आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि उसके वार्ड में स्ट्रीट लाइटें नहीं लगाई जा रही। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि कौंसिल की ओर से खड़े पानी में ही सड़कें बनाई जा रही हैं।

शिअद पार्षद रिपी बत्रा ने प्रधान शम्मी तेरिया के पास पहुंचकर उसके वार्ड में स्ट्रीट लाइटें न लगाने का कड़ा विरोध जताया। उन्होंने कहा कि अन्य पार्षदों के वार्डों में स्ट्रीट लाइटें लगवाई जा रही हैं, जबकि उनके वार्ड को नजरंदाज किया जा रहा है। इस संबंध में उसने ज्ञापन भी दिया था। शोर शराबे के बाद कांग्रेस के उक्त समेत चार पार्षदों के अलावा शिअद के 10 में आठ पार्षद बैठक से वाकआउट करके चले गए। शिअद का एक पार्षद बैठक में पहुंचा नहीं था। जबकि शिअद की पार्षद मनजीत कौर बैठक में मौजूद रही।

शिरोमणि अकाली दल के अन्य पार्षदों के साथ शिअद की मनजीत कौर बैठक में मौजूद रहीं। उनका कहना था कि उनके वार्ड में नगर कौंसिल की ओर से 80 लाख रूपये के विकास कार्य करवाए जा रहे हैं। इसलिए वह बैठक से वाकआउट करने को उचित नहीं समझती। इनसेट

कांग्रेस व अकाली पार्षदों के भेदभाव के आरोप निराधार : शम्मी तेरिया

नगर कौंसिल प्रधान कृष्ण कुमार शम्मी तेरिया ने कहा कि दो प्रस्तावों को छोड़कर नई गाड़ी खरीदने समेत अन्य सभी प्रस्ताव पारित कर दिए गए है। उन्होंने अपने ही कांग्रेसी पार्षदों सहित शिअद के पार्षदों की ओर से भेदभाव के लगाए जा रहे आरोपों को निराधार बताया।

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