मंडी किलियांवाली खरीद केंद्र पर लिफ्टिग कमजोर

मंडी किलियांवाली अनाज मंडी में धान का उठाव कमजोर होने से किसान परेशान।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 28 Oct 2021 10:24 PM (IST) Updated:Thu, 28 Oct 2021 10:24 PM (IST)
मंडी किलियांवाली खरीद केंद्र पर लिफ्टिग कमजोर
मंडी किलियांवाली खरीद केंद्र पर लिफ्टिग कमजोर

संवाद सहयोगी, मंडी किलियांवाली (श्री मुक्तसर साहिब) : मंडी किलियांवाली अनाज मंडी में धान लिफ्टिग करवाना खरीद एजेंसियों के लिए पहेली बन गया है। लिफ्टिग के मामले में मार्कफेड बुरी तरह से पिछड़ गया है। वहीं पनसप के भी हालात अच्छे नहीं है। लिफ्टिग करवाने में असफल साबित हो रही मार्कफेड ने खुद लापरवाही स्वीकार कर ली है। एजेंसी के निरीक्षक सुखराज सिंह का कहना है कि पिछले हफ्ते आई बरसात के कारण धान बुरी तरह से भीग गया था। अधिक नमी वाले धान को शैलर में ले जाया जाता है तो डैमेज होने का खतरा है। सवाल खड़ा होता है कि अगर समय मुताबिक लिफ्टिग हो जाती, तो न धान भीगता न ही डैमेज होने की नौबत आती, पर उत्तरदायी कौन है।

मार्केट कमेटी मलोट के मंडी किलियांवाली सुपरवाइजर मनोज कुमार ने बताया कि मार्कफेड के पास 3500 मीट्रिक टन धान की आवक हुई है। इसमें से 3315 एमटी की खरीद एजेंसी कर चुकी है। 1910 एमटी की लिफ्टिग हुई है। जबकि पनसप के पास करीब 4000 एमटी धान आ चुका है। 3300 एमटी धान की खरीद एजेंसी कर चुकी है। खरीदे गए धान में से 2484 क्विंटल की लिफ्टिंग एजेंसी करवाने का दावा करती है। मंडी सुपरवाइजर के मुताबिक उसने स्वयं लिफ्टिग के लिए एजेंसियों को कहना है। ट्रांसपोर्ट के इश्यू के कारण लिफ्टिग कमजोर है। एजेंसियों का कहना है कि आगामी दिनों में वाहन मिलने से लिफ्टिग समस्या नहीं रहेगी।

सुखराज सिंह निरीक्षक, मार्कफेड मंडी किलियांवाली ने कहा कि पिछले शनिवार की रात को बारिश आई थी। इसके कारण धान बुरी तरह से भीग गया था। धान को मंडी में सूखाया जा रहा है। इस वजह से लिफ्टिग रुकी हुई थी। जैसे-जैसे धान सूख रहा है, माल शैलर में पहुंचाया जा रहा है।

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