ठेका मुलाजिमों को पक्का न किया तो किया जाएगा संघर्ष : कमल कुमार
पंजाब रोडवेज पनबस कंट्रैक्टर वर्कर्स यूनियन की तरफ से पंजाब रोडवेज पनबस के 18 डिपुओं के आगे गेट रैलियां की गई
संवाद सहयोगी, श्री मुक्तसर साहिब
पंजाब रोडवेज, पनबस कंट्रैक्टर वर्कर्स यूनियन की तरफ से पंजाब रोडवेज, पनबस के 18 डिपुओं के आगे गेट रैलियां की गई। मुक्तसर में गेट रैली को संबोधन के करते हुए राज्य सचिव कमल कुमार ने कहा कि केंद्र सरकार की तरफ से भारत के गरीब तथा मध्यवर्गीय लोगों को कुचलने के लिए जारी किए गए खेती कानून, बिजली एक्ट 2020, लेबर एक्ट में मजदूर मुलाजिम विरोधी एक्ट अर्थ व्यवस्था की तहस-नहस कर देंगे। उन्होंने कहा कि कच्चे कर्मचारियों को बीते 13 वर्षों से कम वेतन पर कार्य करवाकर श्रम कानूनों तथा सुप्रीम कोर्ट के बराबर कार्य बराबर वेतन के कानून की धज्जियां उड़ाई जा रही है। सरकार की तरफ से सत्ता में आने से पहले सभी कर्मचारियों को पक्का करने के वायदे किए थे, लेकिन चार वर्ष बीत जाने के बावजूद भी सरकार की तरफ से कुछ भी नहीं किया जा रहा है। पनबस के कच्चे कर्मचारियों को पक्का करने के लिए सरकार पर कोई अतिरिक्त बोझ नहीं पड़ेगा, आठ करोड़ का वार्षिंक जीएसटी का सरकार को बचता है, लेकिन कच्चे मुलाजमों को पक्के करने की बजाए सरकार पनबस की कर्जा मुक्त होने वाली बसों को रोडवेज में मर्ज कर लेती है, लेकिन इन कच्चे मुलाजमों को ठेकेदार के पास ही रहने दिया जाता है। वक्ताओं ने कहा कि पंजाब में हजारों की संख्या में नजायज बसें सरेआम चल रही हैं, लेकिन ट्रांसपोर्ट माफिया को कैप्टन सरकार ने पूरी तरह से आजादी दी हुई है तथा रोडवेज के पास परमिट मुताबिक रुट पर भेजने के लिए बसें ही नहीं हैं, विभाग तथा अपना रोजगार को बचाने के लिए मुलाजमों को संघर्ष रास्ते पर चलना पड़ रहा है। अगर सरकार ने बजट सेशन में पनबस तथा सभी विभागों के कच्चे कर्मचारियों को पक्के ना किया तो आठ मार्च को गेट रैली की जाएगी और 11 से 13 मार्च तक दिन दिवसीय हड़ताल की जाएगी। इसके अलावा 13 मार्च को पटियाला में ठेका मुलाजम संघर्ष मोर्चा पंजाब के साथ सांझा रोष प्रदर्शन किया जाएगा।