पानी की निकासी नहीं होने के कारण हो रहा है फसलों का नुकसान
जहां एक तरफ किसान खेतीबाड़ी बिल को लेकर संघर्ष कर रहे हैं वहीं दूसरी तरफ अपनी फसल को बचाने के लिए गांव दोदा के किसान बीते 18 दिनों से संघर्ष कर रहे हैं। किसान जग्गा सिंह गुरजंट सिंह आदि ने बताया कि उन्होंने बीते कई वर्षों से सेम के कारण बारिश के पानी के कारण समस्या का सामना करना पड़ रहा है क्योंकि 250 से 300 एकड़ फसल में पानी भर जाता है। इस कारण उनकी फसल का नुकसान हो जाता है।
संवाद सूत्र, दोदा (श्री मुक्तसर साहिब): जहां एक तरफ किसान खेतीबाड़ी बिल को लेकर संघर्ष कर रहे हैं वहीं दूसरी तरफ अपनी फसल को बचाने के लिए गांव दोदा के किसान बीते 18 दिनों से संघर्ष कर रहे हैं। किसान जग्गा सिंह, गुरजंट सिंह आदि ने बताया कि उन्होंने बीते कई वर्षों से सेम के कारण बारिश के पानी के कारण समस्या का सामना करना पड़ रहा है, क्योंकि 250 से 300 एकड़ फसल में पानी भर जाता है। इस कारण उनकी फसल का नुकसान हो जाता है। उन्होंने बताया कि बीते पानी की निकासी ना होने के कारण उन्हें आर्थिक तौर पर नुकसान झेलना पड़ रहा है।
उन्होंने बताया कि इस बार भी बीते 18 दिनों से वह अपने स्तर पर मोटरें लगाकर धान की फसल को बचाने का प्रयास करने में लगे हुए हैं। पानी की निकासी के लिए उन्हें 24 घंटे निकालने के लिए दी जाती थी, लेकिन अब सिर्फ आठ घंटे ही बिजली की सप्लाई मोटर को दी जारही है। इस कारण खेतों में पानी निकालने में मुश्किल हो रही है। ऐसे हालत रहे तो अगली फसल की खेती भी नहीं हो पाएगी। उन्होंने कहा कि सरकार की तरफ से उनकी कोई भी सार नहीं ली जा रही है। उन्होंने मांग की है की पानी की निकासी के लिए पाइप लाइन डलवाई जाएं या फिर खाले का निर्माण करवाया जाय। इसके अलावा पानी की निकासी के लिए 24 घंटे बिजली की सप्लाई दी जाए। नायब तहसीलदार विपन कुमार ने कहा कि पटवारी की ड्यूटी लगा दी है वह किसानों की इस समस्या का हल करवा देगा।