जिले में 29 जगहों पर लगाया गया वैक्सीनेशन कैंप
कबीर जयंती के उपलक्ष्य में गजटेड छुट्टी होने के बावजूद कोरोन का वैक्सीनेशन कैंप लगाया जा रहा है।
संवाद सूत्र, श्री मुक्तसर साहिब : कबीर जयंती के उपलक्ष्य में गजटेड छुट्टी होने के बावजूद कोरोना वारियर्स तनदेही से ड्यूटी निभाने में जुटे हुए हैं। स्वास्थ्य विभाग का स्टाफ दिन-रात और यहां तक की रविवार की छुट्टी के दिन भी सैंपलिंग व वैक्सीनेशन का काम कर रहा हैं, ताकि कोरोना पर जल्द अंकुश लगाकर इसका खात्मा किया जा सके। परंतु फिर भी कुछ स्थानों पर लोगों की लापरवाही, जागरूकता में कमी और टीकाकरण के बारे में दुष्प्रचार ने टीकाकरण की गति पर अविरोध पैदा किया हुआ है। लोगों को यह समझना चाहिए कि कोरोना अभी खत्म नहीं हुआ है, और यदि हम इससे मुंह मोड़ेंगे तो आने वाले समय में हमें इसके बुरे प्रभावों के लिए तैयार रहना पड़ेगा। इसकी तीसरी लहर से बचने के लिए टीकाकरण ही एक रामबाण इलाज है। इन विचारों की अभिव्यक्ति करते हुए सीएचसी चक्क शेरे वाला के मेडिकल अधिकारी व वैक्सीनेशन के नोडल अधिकारी डा. जतिदर पाल सिंह व बीईई मनबीर सिंह ने कहा कि आज सरकारी छुट्टी होते हुए भी स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा अपनी ड्यूटी पर हाजिर होकर ब्लाक के अधीन सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर वैक्सीनेशन कैंप लगाए गए। उन्होंने कहा कि बरकंदी, थांदेवाला, भागसर जगत सिंह वाला, गुलाबेवाला, झबेलवाली, सरायेनागा, रुपाना आदि 29 जगहों पर 18 साल से अधिक उम्र के व्यक्तियों को वैक्सीन लगाई गई। उन्होंने कहा कि प्रशासन की ओर से यह भरोसा दिलाया गया है कि वैक्सीन की कोई कमी नहीं आने दी जाएगी। अब यह लोगों की जिम्मेवारी बनती है कि वह इस वैक्सीनेशन मुहिम को सफल बनाने में सरकार और स्वास्थ्य विभाग का साथ दें। स्वास्थ्य कर्मियों दिलबाग सिंह, राजवीर कौर, बलविदर कौर आदि ने कहा कि कोविड-19 की रोकथाम के लिए सैंपलिग और वैक्सीनेशन बहुत जरूरी है। कई लोगों में कोरोना वायरस के लक्षण नजर न आने के कारण यह संक्रमण आगे से आगे बढ़ रहा है। यदि हम समय रहते मामूली शक होने पर भी जांच करवा लें तो इसकी पहचान करके ईलाज शुरू किया जा सकता है। रमनदीप कौर, रानी, सरबजीत कौर और बलविदर सिंह आदि स्वास्थ्य कर्मियों ने कहा कि वैक्सीन लगवाने से जहां हम संक्रमित होने से बचे हैं वही कोविड-19 की मृत्यु दर में भी कमी हुई है, इसलिए 18 साल से अधिक उम्र के प्रत्येक व्यक्ति को वैक्सीनेशन करवानी चाहिए।