20 वर्षीय युवक ने गलती से निगला जहरीला पदार्थ, मौत

। कस्बा बधनी कलां के गांव गालिब कलां में 20 वर्षीय युवक ने गलती से किसी जहरीले पदार्थ का सेवन कर लिया जिससे उसकी मौत हो गई।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 29 Jul 2021 10:46 PM (IST) Updated:Thu, 29 Jul 2021 10:46 PM (IST)
20 वर्षीय युवक ने गलती से 
निगला जहरीला पदार्थ, मौत
20 वर्षीय युवक ने गलती से निगला जहरीला पदार्थ, मौत

संवाद सहयोगी,मोगा

कस्बा बधनी कलां के गांव गालिब कलां में 20 वर्षीय युवक ने गलती से किसी जहरीले पदार्थ का सेवन कर लिया जिससे उसकी मौत हो गई।

मामले की जांच कर रहे चौकी लोपों इंचार्ज एएसआइ बलवीर सिंह ने कहा कि वरिदर सिंह पुत्र लखवीर सिंह खेतीबाड़ी का काम करता था। उसने गलती से जहरीले पदार्थ का सेवन कर लिया था। उपचार के दौरान मौत हो गई। उन्होंने शव को कब्जे में लेकर मृतक के पिता लखवीर सिंह के बयानों के आधार पर कार्रवाई करते हुए वीरवार को सिविल अस्पताल से पोस्टमार्टम करवाया। शव को वारिसों के हवाले कर दिया गया है। साइकिल से गिरने से व्यक्ति की मौत कस्बा धर्मकोट के गांव लोहगढ़ को जा रहे एक व्यक्ति की साइकिल से गिरने से मौत हो गई।

थाना धर्मकोट के हेड कांस्टेबल कुलवंत सिंह ने कहा कि दर्शन सिंह निवासी गांव लोहगढ़ साइकिल पर अपने घर की तरफ जा रहा था कि रास्ते में वह साइकिल से गिर गया। जिसके सिर में गंभीर चोट लगी और उपचार से पहले ही उसकी मौत हो गई। एएसआइ सुखविदर सिंह ने स्वजनों के बयानों के आधार पर कार्रवाई करते हुए पोस्टमार्टम करवाने के बाद शव वारिसों को सौंप दिया है। वैक्सीन की एक डोज लगवा चुके शिक्षक भी अब जा सकेंगे स्कूल

जिला मजिस्ट्रेट संदीप हंस ने कहा है कि अब वे अध्यापक भी स्कूल जा सकेंगे, जिन्होंने कोरोना वैक्सीन की सिर्फ एक डोज लगवाई है, लेकिन उनके लिए दो लेयर वाला मास्क पहनना जरूरी होगा। पहले सिर्फ उन्हीं अध्यापकों को स्कूल जाने की छूट दी गई थी, जो वैक्सीन की दोनों ही डोज लगवा चुके हैं।

जिला मजिस्ट्रेट संदीप हंस ने कहा है कि मोगा के कुछ स्कूल प्रमुखों ने उन्हें जानकारी दी है कि उनके स्टाफ में से कुछ अध्यापकों को वैक्सीन की एक ही डोज लगी है जिस कारण वह प्रशासन द्वारा जारी किए गए आदेशों अनुसार स्कूल नहीं खोल सकते। इस स्थिति को देखते हुए डीसी ने जारी आदेश में संशोधन किया है। जिला मजिस्ट्रेट के नए आदेश में कहा है कि जिले की सीमा में 10वीं, 11वीं व 12वीं कक्षा के विद्यार्थियों के लिए स्कूलों को इस शर्त पर खोलने की मंजूरी दी जाती है कि अध्यापक व

स्टाफ जिन्होंने कम से कम वैक्सीन की एक डोज जरूर लगवाई हो, वे स्कूल में जाकर अपनी ड्यूटी कर सकते हैं।

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