इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए बुजुर्गो के लिए शुरू की ऑनलाइन योग कक्षाएं

तरलोक नरूला मोगा कोविड-19 के चलते इस महामारी के दौर में बचाव हेतु आज के समय इम्यूनिटी

By JagranEdited By: Publish:Sun, 27 Sep 2020 04:42 PM (IST) Updated:Sun, 27 Sep 2020 04:42 PM (IST)
इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए बुजुर्गो के लिए शुरू की ऑनलाइन योग कक्षाएं
इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए बुजुर्गो के लिए शुरू की ऑनलाइन योग कक्षाएं

तरलोक नरूला, मोगा : कोविड-19 के चलते इस महामारी के दौर में बचाव हेतु आज के समय इम्यूनिटी पावर का होना हर व्यक्ति के लिए बहुत जरूरी है। ऐसे में बुजुर्गों के लिए तो और भी जरूरी है। बढ़ती आयु के कारण बुजुर्गो की विल पावर कम हो जाती है। उसके लिए योग से बढ़कर बढि़या और कोई साधन नहीं। भले ही अलग-अलग स्थानों में सरकारी आदेशों की पालना के तहत योग की कक्षाएं चल रही है, लेकिन इस महामारी के कारण बुजुर्गो का इन कक्षाओं में भाग लेना संभव नहीं है। इसको लेकर योग शिक्षिका आशा अरोड़ा ने एक बढि़या पहल है। उन्होंने 65 वर्ष व 70 की आयु व उससे ज्यादा की उम्र के बुजुर्गो के लिए ऑनलाइन योग कक्षाएं शुरू की हैं, ताकि योग के माध्यम से उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाया जा सके। हाल ही में शुरू हुई ऑनलाइन योग कक्षा में भाग ले रही इन महिलाओं का कहना है कि यह उनके लिए बढि़या पहल है। इससे बह घर बैठे ही योग कर सकेंगी ताकि वह तंदरुस्त रह सके।

दवाइयों की बजाय योग बेहतर

-73 वर्षीय कमलेश रानी का कहना है कि लॉकडाउन से पहले वह योग सेवा साधना द्वारा चल रही योग कक्षा में निरंतर योग की कक्षा में जाती थी। लेकिन कोविड-19 के कारण कक्षा के बंद होने से उनकी योग की कक्षा मिस हो गई। उनका कहना है कि इस उम्र में दवाइयों की बजाए योग ज्यादा लाभदायक है। अब उन्हें घर पर ही ऑनलाइन योग की सुविधा मिली है। उससे फिर से वह तंदरुस्त रहने लगेगी।

बुजुर्गो के लिए ऑनलाइन योग कक्षाएं बढि़या प्रयास

-71 वर्षीय राज रानी का कहना है कि जो आधुनिक सुविधा दी गई है वह हमारे लिए लाभदायक है। योग करने से शरीर फिट रहता है। पिछले छह महीने से वह योग की कक्षा से वंचित थे। जिससे अकेलापन महसूस कर रहे है। न ही बाहर जा सकते है और न ही किसी पार्क में। ऐसे में उनके लिए आशा ने जो ऑनलाइन योग कक्षा शुरू की है वह बुजुर्गो के लिए बढि़या प्रयास है। इससे शरीर में तंदरुस्ती बनी रहेगा। वही मनोरंजन भी हो जाया करेगा।

ऑनलाइन योग कक्षाएं समय की जरूरत

-67 वर्षीय सेवा मुक्त अध्यापिका सरोज बाला का कहना है कि इस महामारी में सीनियर सिटीजन को तंदरुस्त रखने के लिए इस तरह से योग कक्षा की जरूरत थी। ऐसे में अब हम इस ऑनलाइन के द्वारा एक दूसरे से मिल भी लेती है। वही व्यायाम भी करती है। उन्होंने कहा कि दिन भर घर बैठे ऊब जाती थी लेकिन सायं एक घंटे की योग कक्षा से थकान दूर हो जाती है।

बुजुर्गो को योग करने की सख्त जरूरत

-योग शिक्षा आशा अरोड़ा का कहना है कि महामारी के चलते बढ़ती उम्र में बुजुर्गो की शारीरिक रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है। वह अपने आप को सदा थका महसूस करने लगते है। इसके लिए प्रणायाम आसान इम्युनिटी बढ़ाने में सहायक सिद्ध हो रहा है। उन्होंने कहा कि बुजुर्ग महिलाओं को रोजाना ऑनलाइन योग के साधारण व हल्का व्यायाम करवाया जाता है।

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