मरम्मत के बाद सिविल अस्पताल की ओपीडी को मिली जलभराव से मुक्ति

। आखिरकार ओपीडी में लीकेज का जो कारण मेंटीनेंस विभाग के इंजीनियर व उनकी टीम को 10 दिन से नहीं मिल रहा था दैनिक जागरण में खबर प्रकाशित होने के बाद कुछ ही घंटों में मिल गया।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 30 Nov 2021 10:56 PM (IST) Updated:Tue, 30 Nov 2021 10:56 PM (IST)
मरम्मत के बाद सिविल अस्पताल की 
ओपीडी को मिली जलभराव से मुक्ति
मरम्मत के बाद सिविल अस्पताल की ओपीडी को मिली जलभराव से मुक्ति

संवाद सहयोगी, मोगा

आखिरकार ओपीडी में लीकेज का जो कारण मेंटीनेंस विभाग के इंजीनियर व उनकी टीम को 10 दिन से नहीं मिल रहा था, दैनिक जागरण में खबर प्रकाशित होने के बाद कुछ ही घंटों में मिल गया। इसके बाद ओपीडी को जलभराव से मुक्ति मिल गई। पैथ लैब भी खुल गई, मंगलवार को वहां 112 मरीजों के सैंपल चेक हुए।

10 दिन से मरीजों और स्टाफ को झेलनी पड़ रही थी परेशानी

सिविल अस्पताल में दो करोड़ 62 लाख रुपये की लागत से पिछले छह महीने से चल रहे मेंटीनेंस के काम में पंजाब हेल्थ सिस्टम कारपोरेशन की सिविल विग के अधिकारियों की अनदेखी के कारण ओपीडी में हो रही पानी लीकेज के कारण सभी विभाग जलभराव से पिछले दस दिन से जूझ रहे थे। हैरानी की बात है कि एक दिन पहले मेंटीनेंस इंजीनियर व उनके अधीनस्थों से दैनिक जागरण ने जलभराव के संबंध में बात की तो सबने एक ही जबाव दिया कि उन्हें समस्या की ही जानकारी नहीं है। जब अधिकारियों से पूछना शुरू किया तो कुछ घंटो में ही मेंटीनेंस विभाग ने उस प्वाइंट को तलाश लिया जहां से पानी लीक होकर पूरी ओपीडी में जमा हो रहा था।

डेंटल विभाग के अंदर व महिला रोग विभाग के बीच की दीवार में लगी पानी की पाइप टूट जाने के कारण जलभराव की समस्या पैदा हो रही थी। मंगलवार सुबह ही मेंटीनेंस विभाग ने इस प्वाइंट को खोज निकाला और लीकेज बंद कर दी। मंगलवार दोपहर बाद तक लीकेज बंद कर दी गई। डाक्टरों ने ली राहत की सांस

हालांकि पानी की लीकेज सुबह ही खत्म हो जाने के बाद सभी विभाग के डाक्टरों ने राहत की सांस ली व ओपीडी में सभी विभाग में सुचारू काम हुआ। पैथ लैब भी सुबह से ही खुल गई थी, एक दिन पहले काम ठप होने से मंगलवार को बड़ी संख्या में मरीज पैथ लैब में जांच के लिए लोग पहुंचे थे, शाम तक कुल 112 लोगों की जांच की गई।

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