कमिश्नर की सख्ती के बाद दूषित पानी से दो माह बाद मिली राहत

मोगा नगर निगम की पानी एवं सीवरेज शाखा वेदांत नगर की गली नं. 4 में अपनी 15 साल पुरानी भूल को सुधारकर एक और भूल कर बैठे थे। इस बारे में मोहल्ले के लोगों की शिकायत के बाद निगम कमिश्नर अनीता दर्शी ने सख्ती की तो पुरानी पाइप लाइन की सफाई शुक्रवार को कर दी गई। जिसके कारण पिछले करीब दो महीने से दूषित पानी की समस्या से जूझ रहे उक्त गली के लोगों को बड़ी राहत मिली है। उन्होंने समस्या के समाधान के लिए निगम कमिश्नर अनीता दर्शी एसडीओ मनिदर सिंह व दैनिक जागरण का धन्यवाद किया है। बता दें कि इस समस्या के बारे में दैनिक जागरण ने पांच व 16 अप्रैल को प्रमुखता से समाचार प्रकाशित किया था।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 23 Apr 2021 11:43 PM (IST) Updated:Fri, 23 Apr 2021 11:43 PM (IST)
कमिश्नर की सख्ती के बाद दूषित पानी से दो माह बाद मिली राहत
कमिश्नर की सख्ती के बाद दूषित पानी से दो माह बाद मिली राहत

जागरण संवाददाता, मोगा

नगर निगम की पानी एवं सीवरेज शाखा वेदांत नगर की गली नं. 4 में अपनी 15 साल पुरानी भूल को सुधारकर एक और भूल कर बैठे थे। इस बारे में मोहल्ले के लोगों की शिकायत के बाद निगम कमिश्नर अनीता दर्शी ने सख्ती की, तो पुरानी पाइप लाइन की सफाई शुक्रवार को कर दी गई। जिसके कारण पिछले करीब दो महीने से दूषित पानी की समस्या से जूझ रहे उक्त गली के लोगों को बड़ी राहत मिली है। उन्होंने समस्या के समाधान के लिए निगम कमिश्नर अनीता दर्शी, एसडीओ मनिदर सिंह व दैनिक जागरण का धन्यवाद किया है। बता दें कि इस समस्या के बारे में दैनिक जागरण ने पांच व 16 अप्रैल को प्रमुखता से समाचार प्रकाशित किया था।

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यह है मामला

परवाना नगर की मुख्य सड़क पर करीब 15 साल पहले नई सीवरेज पाइप लाइन बिछाई गई थी। वेदांत नगर की गली नं. 4 के बाहर वेदांत नगर की गली की लाइन को जोड़ने के लिए निगम ने टी प्वाइंट छोड़ दिया था। मगर, उक्त काम खत्म होने के बाद वेदांत नगर की गली में पाइप लाइन को जोड़ना भूल गए थे। ऐसे में सीवरेज लीकेज होने से यह निकट की ही पानी की पाइप लाइन में मिल रहा था। गली के परवाना नगर वाले हिस्से में नई लाइन से कनेक्शन न जुड़ने के कारण यहां पर पाइप बंद थी। पाइप में आने वाली गंदगी भी यहीं पर आकर एकत्रित हो जाती थी। जिस कारण दो महीने से गली के आधे से ज्यादा हिस्से में दूषित पानी आ रहा था। ऐसे में लोग घर के इस्तेमाल के लिए पानी दूसरे स्थानों से ला रहे थे।

हैरानी की बात है कि नगर निगम चुनावों में प्रत्याशी वोटरों से बड़े-बड़े दावे कर रहे थे। मगर, दो महीने से दूषित पानी से जूझ रहे लोगों की समस्या किसी ने नहीं सुनी। आखिरकार मोहल्ले के लोगों ने जब निगम कमिश्नर से शिकायत करना शुरू की, तब जाकर निगम का पानी एवं सीवरेज विभाग सक्रिय हुआ। एक महीने पहले सड़कों पर गड्ढे खोदे गए थे लेकिन समस्या हल नहीं हुई। इस बारे में 'दैनिक जागरण' में मामला प्रमुखता से छपने के बाद सड़क की खोदाई कर करीब आठ फीट लंबी पाइप लाइन जोड़कर वेदांत नगर की गली नं. 4 को पानी की सप्लाई तीन दिन पहले चालू कर दी थी। मगर, पुरानी पाइप लाइन की सफाई न होने से पानी की सप्लाई चालू होते ही लोगों के घरों में काले रंग के पानी की सप्लाई शुरू हो गई थी। उस समय काम चल रहा था और एसडीओ मनिदर सिंह मौके पर मौजूद थे। उन्हें मोहल्ले के लोगों ने पानी दिखाया भी, लेकिन काम करने वाली टीम इसकी अनदेखी करके चली गई। बाद में निगम कमिश्नर के पास शिकायत पहुंची, तब उनकी सख्ती और दैनिक जागरण में समाचार प्रकाशित होने के बाद शुक्रवार को कई घंटे के प्रयास के बाद पुरानी पाइप लाइन की सफाई की गई। इसके कारण अब लोगों के घरों में साफ पानी पहुंचना शुरू हुआ है।

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