सिगापुर भेजने के नाम पर 2.25 लाख ठगे, अवनीत इमिग्रेशन सेंटर के एमडी समेत तीन नामजद

55 वर्षीय व्यक्ति की शिकायत पर उसके बेटे को सिगापुर भेजने के नाम पर 2.25 लाख रुपये की ठगी करने के आरोप में तीन लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 25 Jan 2021 05:06 PM (IST) Updated:Mon, 25 Jan 2021 05:06 PM (IST)
सिगापुर भेजने के नाम पर 2.25 लाख ठगे, अवनीत इमिग्रेशन सेंटर के एमडी समेत तीन नामजद
सिगापुर भेजने के नाम पर 2.25 लाख ठगे, अवनीत इमिग्रेशन सेंटर के एमडी समेत तीन नामजद

संवाद सहयोगी,मोगा

थाना सिटी वन की पुलिस ने गांव चीमा के रहने वाले एक 55 वर्षीय व्यक्ति की शिकायत पर उसके बेटे को सिगापुर भेजने के नाम पर 2.25 लाख रुपये की ठगी करने के आरोप में तीन लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है। पीड़ित दो बच्चों का पिता है जिसने बेटी के गहने बेच कर इमिग्रेशन सेंटर के संचालकों के पास पैसा जमा करवाया था।

जांच अधिकारी एसआइ सुखजिदर सिंह ने बताया कि गांव चीमा के अवतार सिंह ने दो जुलाई 2019 को शिकायत दर्ज करवाई थी कि उसने अपने बेटे मनप्रीत सिंह को सिगापुर भेजना था। इस संबंध में उन्होंने उसी के गांव में ब्याहे व गांव जलालाबाद में बतौर आरएमपी डाक्टर काम करने वाले बहादुर सिंह निवासी गांव मंजली से बात की। बहादुर सिंह ने अपनी मासी के बेटे राज बलोर सिंह निवासी गांव अम्मीवाला के साथ मिलकर उसका संपर्क अवनीत इमिग्रेशन सेंटर के एमडी जसविदर सिंह उर्फ राजवीर सिंह निवासी न्यू माडल टाउन से करवाया। उसके बाद एक मार्च 2019 से लेकर छह जुलाई 2019 के दौरान उसने कुल 2.25 लाख रुपये इन लोगों के पास जमा करवाए। लेकिन पैसे लेने के बाद भी न तो इन लोगों ने उसके बेटे को विदेश भिजवाया और न ही रकम लौटाई।

पुलिस अधिकारी ने बताया कि मामले की जांच के बाद अवनीत इमिग्रेशन सेंटरी के एमडी जसविदर सिंह उर्फ राजवीर सिंह, बहादुर सिंह निवासी गांव मंजली व उसकी मासी के बेटे राज बलोर सिंह गांव अम्मीवाला के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। पुलिस आरोपितों की तलाश कर रही है। बेटी के गहने बेचकर जुटाए थे पैसे

बुजुर्ग अवतार सिंह ने बताया कि वह गांव चीमा के ईट भट्ठे पर चौकीदारी करता है। उसके एक बेटा व एक बेटी है। बेटे को विदेश भेजकर परिवार की आर्थिक स्थिति को सुधारने चाहता था। पैसों का बंदोबस्त करने के लिए उसने आइटीआइ की पढ़ाई कर रही अपनी बेटी के लिए बनाए गहने तक बेच दिए। उसे क्या पता था कि वह धोखाधड़ी का शिकार हो जाएगा।

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